पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने पर शत्रुघ्न सिन्हा का बड़ा बयान, मुझे खुशी होती अगर

11 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने बिना नाम लिये पीएम मोदी पर निशाना साधा था, उन्होने ट्वीट कर लिखा था कि सरजी ये क्या हो रहा है।

New Delhi, Apr 14 : हाल ही में बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थामने वाले बॉलीवुड एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने में उन्हें खुशी होती, आपको बता दें कि 6 अप्रैल को ही शॉटगन कांग्रेस में शामिल हुए हैं, वो पटना साहिब सीट से महागठबंधन के उम्मीदवार हैं, जहां उनका मुकाबला केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ है।

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मोदी से मुकाबला करने में खुशी होगी
रविशंकर प्रसाद पिछले चार बार से राज्यसभा सांसद हैं, पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, शत्रुघ्न सिन्हा भी बीजेपी के टिकट पर पटना साहिब से दो बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं, इससे पहले दो बार राज्यसभा सांसद रहे और वाजपेयी सरकार में मंत्री पद भी संभाला, शॉटगन ने बीजेपी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि ये सीट बीजेपी की नहीं बल्कि उनका मजबूत गढ रही है, उन्हें इस सीट से पीएम मोदी से मुकाबला करने में खुशी होगी।

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बीजेपी को मुगालते में रहने दो
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बीजेपी को मुगालते में रहने दो, पटना साहिब के वोटर उन्हें सबक सिखा देंगे, शॉटगन ने इस सीट पर अतीत में कांग्रेस-राजद की जीत का हवाला दिया, उन्होने कहा कि कुछ हलकों में खबर थी, कि पीएम मोदी वाराणसी के अलावा दूसरी सीट पटना साहिब से चुनाव लड़ेंगे, तो क्या हो गया, मुझे इस सीट पर उनसे मुकाबला करने में बेहद खुशी होगी।

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मोदी पर निशाना
11 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के बाद शॉटगन ने बिना नाम लिये पीएम मोदी पर निशाना साधा था, उन्होने ट्वीट कर लिखा था कि सरजी ये क्या हो रहा है, हर ओर से रिपोर्ट आ रही है कि इस बार अभूतपूर्व पैमाने पर वोटरों के नाम हटा दिये गये हैं, ये आरोप लगाये जा रहे हैं कि अधिकांश हटाये गये वोटर सरजी विरोधी हैं, आपको बता दें कि शॉटगन पीएम मोदी का नाम लिखने के बजाय सरजी से संबोधित करते हैं।

कई पार्टियों से न्योता
बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थामने पर उन्होने कहा कि उन्हें कई पार्टियों से ऑफर मिले थे, आम आदमी पार्टी, ममता बनर्जी, मायावती, अखिलेश से पार्टी में आने का न्योता दिया था, साथ ही लालू परिवार ने भी ऑफर दिया, लेकिन मैं उन सब की पार्टी में नहीं गया, मैं किसी राष्ट्रीय पार्टी से जुड़ना चाहता था, लालू जी के सलाह के बाद मैंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला लिया।