पलटी मार गये भीम ऑर्मी प्रमुख चंद्रशेखर, अब नहीं लड़ेंगे पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव, इस नाम पर चर्चा
बुधवार को भीम ऑर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि अगर वाराणसी से नरेन्द्र मोदी को हराना है, तो दलित वोटों को एकजुट रखना होगा।
New Delhi, Apr 18 : पीएम नरेन्द्र मोदी 26 अप्रैल को वाराणसी सीट से नामांकन करेंगे, लेकिन अभी तक ये तय नहीं हो पाया है कि सपा-बसपा और कांग्रेस की ओर से इस सीट से कौन चुनावी ताल ठोकेगा, कुछ दिन पहले भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने पीएम के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, हालांकि अब वो पलटी मार गये हैं, और वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला बदल लिया है।
गठबंधन को समर्थन
बुधवार को भीम ऑर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि अगर वाराणसी से नरेन्द्र मोदी को हराना है, तो दलित वोटों को एकजुट रखना होगा, इसलिये उन्होने फैसला लिया है कि वो खुद वाराणसी सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे और सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार को समर्थन देंगे। आपको बता दें कि मायावती परोक्ष रुप से कई बार चंद्रशेखर पर निशाना साध चुकी हैं।
मायावती ने कहा था बीजेपी का एजेंट
इससे पहले बसपा प्रमुख मायावती ने चंद्रशेखर का बिना नाम लिये उन्हें बीजेपी का एजेंट कहा था, उन्होने कहा था कि बीजेपी के इशारे पर दलित वोट बांटने की साजिश की जा रही है, इस पर भीम ऑर्मी प्रमुख ने पलटवार करते हुए पूछा था कि जिन सवर्णों को टिकट दिया गया है, उनका बहुजन मिशन में क्या योगदान रहा है, हालांकि चंद्रशेखर खुलकर मायावती के खिलाफ कुछ भी बोलने से बचते हैं, वो उन्हें बार-बार बुआ कह संबोधित करते हैं।
सतीश चंद्र मिश्रा का नाम
भीम ऑर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि अगर सपा-बसपा गठबंधन सतीश चंद्र मिश्रा को वाराणसी से उम्मीदवार बनाती है, तो वो भी उन्हें समर्थन करेंगे, इससे पहले चंद्रशेखर ने आरोप लगाया था कि बहन जी को सतीश चंद्र मिश्रा गुमराह कर रहे हैं, बसपा के संस्थापक कांशीराम की टीम के साथियों को एक-एक कर पार्टी से बाहर कर दिया गया, या किनारे लगा दिया गया। आज इतने विरोध के बाद भी ब्राह्मणवादी, संविधान विरोधी लोगों को बसपा से टिकट देकर संसद भेजने की तैयारी चल रही है।