सनी देओल की राह से निकला बड़ा कांटा, विनोद खन्ना की पत्नी ने किया बड़ा ऐलान

गुरदासपुर लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने पर विनोद खन्ना की पत्नी आहत हुई थी, पार्टी के फैसले के बाद उन्होने शनिवार को कहा था कि उन्हें दुख पहुंचा है।

New Delhi, Apr 28 : पंजाब के गुरदासपुर सीट से बीजेपी टिकट का उम्मीद कर रही पूर्व सांसद और दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना ने बड़ा बयान दिया है, उन्होने कहा कि पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, लेकिन इसे व्यक्तिगत मुद्दा नहीं बनाना चाहिये, कविता खन्ना ने कहा कि ये मेरा व्यक्तिगत त्याग है, मैं पीएम मोदी के साथ हूं और उनका पूर्ण समर्थन करती हूं, आपको बता दें कि बीजेपी ने गुरदासपुर से बॉलीवुड एक्टर सनी देओल का उम्मीदवार बनाया है।

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पार्टी के निर्णय से कविता आहत
गुरदासपुर लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने पर विनोद खन्ना की पत्नी आहत हुई थी, पार्टी के फैसले के बाद उन्होने शनिवार को कहा था कि उन्हें दुख पहुंचा है, लेकिन वो जानती है कि पार्टी के पास टिकट पर फैसला लेने का अधिकार है, लेकिन इसका एक तरीका होना चाहिये, पार्टी ने जिस तरीके से फैसला लिया, उसकी वजह से वो रिजेक्टेड महसूस कर रही हैं।

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निर्दलीय लड़ने के संकेत
शुक्रवार को विनोद खन्ना की पत्नी ने ऐसे संकेत दिये थे, कि वो बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में मैदान में उतरेगी, उन्होने कहा कि बीजेपी ने उन्हें दरकिनार किया, और गुरदासपुर के ढेर सारे लोग उन पर दबाव बना रहे हैं, कविता खन्ना ने कहा कि उन्होने पति के निधन से पहले और बाद में यहां डेर सारे काम किये हैं, टिकट मेरे लिये कोई निजी मामला नहीं है, ये क्षेत्र के विकास और वहां के लोगों की प्रगति का मामला है।

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1998 से 2014 तक बीजेपी सांसद रहे विनोद खन्ना
आपको बता दें कि बॉलीवुड एक्टर विनोद खन्ना पिछले चार लोकसभा चुनावों में इस सीट से बीजेपी के टिकट पर जीतते रहे, 1998, 1999, 2004 और 2014 में इस सीट का प्रतिनिधित्व उन्होने किया, साल 2017 में उनका निधन हो गया, जिसके बाद पार्टी ने उपचुनाव में स्वर्ण सालारिया को उम्मीदवार बनाया, जिन्हें कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने चुनावी मैदान में मात दी, जिसके बाद से कविता खन्ना को उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें उम्मीदवार बनाएगी।

पार्टी ने दिया आश्वासन
मालूम हो कि विनोद खन्ना के करीबी लोगों ने कविता खन्ना को चुनावी मैदान में उतरने के लिये कहा था, लेकिन पार्टी ने उनकी बजाय सनी देओल पर भरोसा जताया है, जिसके बाद कविता के तेवर बागी लग रहे थे, लेकिन सूत्रों का दावा है कि बीजेपी हाईकमान ने खुद कविता खन्ना से बात की और उन्हें आश्वासन दिया है, जिसके बाद कविता के तेवर बदल गये हैं और पार्टी में रहकर ही वहां के लोगों के लिये काम करने की बात कह रही है।