इंडियन आर्मी का दावा, पहली बार मिले हिममानव ‘येति’ के निशान, पूरी जानकारी यहां पढ़ें

तस्वीरों में बर्फ पर पैरों के बड़े-बड़े निशान दिखाई दे रहे हैं । भारतीय सेना ने एक के बाद कई तस्‍वीरें शेयर की हैं । सेना की ओर से ट्वीट किया गया ।

New Delhi, Apr 30 : भारतीय सेना की ओर से आज एक रहस्‍यमयी जीवन के होने की पुष्टि की गई । हिममानव येती के बारे में सभी ने कहानियों में जरूर पढ़ा होगा, कई बार उनसे जुड़ी कुछ अजीबो-गरीब कहानियां भी सुनने को मिलती हैं लेकिन क्‍या हिममानव असली में होते हैं । क्‍या उनका अस्तित्‍व वर्तमान में मौजूद हैं, बहरहाल पुष्टि तो नहीं की जा सकती लेकिन भारतीय सेना की ओर से कुछ ऐसी तस्‍वीरें जारी की गई हैं जो हिमामनव के होने का दावा जरूर कर रही हैं । सेना ने येती के पैरों के निशान वाली तीन तस्वीरें शेयर की हैं।

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हिममानव के पदचिन्‍हों की तस्‍वीरें
हिममानव, ‘येति’ लंबे समय से बहस का हिस्‍सा रहे हैं । इनकी मौजूदगी को लेकर तरह – तरह केकयास लगते रहे हैं । कई बार ऐसी खबरें आई है जब लोगों ने ‘येति’ को देखने का दावा किया है । सदियों से कई मौके ऐसे आए हैं, मान्‍यता सदियों से चली आ रही है कि हिममानव अब भी वहां मौजूद गुफाओं में रहते हैं । हालांकि कभी कोई पुख्‍ता सबूत सामने नहीं आया । लेकिन पहली बार भारतीय सेना की ओर से ऐसा दावा किया गया है ।

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माउंट मकालू पर दिखे पैरों के निशान
‘येति’ की मौजूदगी माउंट मकालू पर दर्ज की गई है, भारतीय सेना ने माउंट मकालू से कुछ तस्वीरें साझा की हैं । इसमें रहस्यमय मानव के पैरों के निशान देखे गए थे । पैरों के निशान इतने बड़े हैं कि इसके किसी मनुष्‍य के होने की संभावना नहीं जताई जा सकती । तस्वीरों में बर्फ पर पैरों के बड़े-बड़े निशान दिखाई दे रहे हैं । भारतीय सेना ने एक के बाद कई तस्‍वीरें शेयर की हैं । सेना की ओर से ट्वीट किया गया । जिसमें लिखा है – ‘पहली बार भारतीय सेना पर्वतारोहण अभियान दल ने 09 अप्रैल, 2019 को मकालू बेस कैंप के करीब 32×15 इंच वाले ‘येति’ के रहस्यमयी पैरों के निशान देखे हैं। इस मायावी हिममानव को इससे पहले केवल मकालू-बरुन नेशनल पार्क में भी देखा गया।

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रहस्‍यमयी है हिममानव ‘येति’
आपको बता दें हिममानव ‘येति’ हिमालय में रहने वाले सबसे रहस्यमयी प्राणी माने गए हैं । इनके देखे जाने का दावा नेपाल और तिब्बत के हिमालय क्षेत्र में किया जाता है । हालांकि कोई आधिकारिक बयान इस पर कभी नहीं आया है, वैज्ञानिक भी एकमत नहीं है । लेकिन सेना द्वारा शेयर की गईं ये तस्‍वीरें एक नई कहानी कहती नजर आ रही हैं । हालांकि यकीन करना मुश्किल है लेकिन पदचिन्‍ह किसके हैं इसके बारे में भी जानकारी बेहद आवश्‍यक है ।