प्रधानमंत्री मोदी के घर से आई दुखद खबर, छोटे भाई की पत्‍नी का निधन, कई बीमारियों से थीं परेशान

बताया जा रहा है कि उनकी पत्‍नी का निधन दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुआ । हालांकि वो लंबे समय से कई तरह की बीमरियों से जूझ रहीं थी और उनका इलाज जारी था ।

New Delhi, May 02 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी की पत्नी भगवतीबेन का बुधवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। भगवतीबेन 55 वर्ष की थीं और उन्हें कई अन्‍य बीमारियां थीं । सिविल अस्पताल के अधीक्षक एम एम प्रभाकर ने जानकारी देते हुए बताया कि भगवतीबेन को कई सालों से डायबिटीज था, वह हार्ट और लीवर की समस्‍याओं से भी जूझ रहीं थीं । बुधवार को सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। आपको बताते चलें प्रह्लाद मोदी गुजरात फेयर प्राइस शॉप ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।

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2 साल छोटे हैं प्रह्लाद
प्रह्लाद मोदी प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से दो साल छोटे हैं । पिछले 13 वर्षों दोनों की बहुत ही कम बातऔर मुलाकात हुई हैं । ये बातें खुद प्रह्लाद मोदी ने कुछ समय पहले एक इंटरव्‍यू के दौरान बताई थी। बताया जा रहा है कि उनकी पत्‍नी का निधन दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुआ । हालांकि वो लंबे समय से कई तरह की बीमरियों से जूझ रहीं थी और उनका इलाज जारी था । समाचार एजेंसी भाषा की ओर से बताया गया कि “गुजरात के अहमदाबाद स्थित एक अस्पताल में भगवती बेन ने अंतिम सांसें लीं। उन्हें कई बीमारियां थीं।”

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डॉक्‍टर्स ने दी जानकारी
सिविल अस्पताल के अधीक्षक एम.एम प्रभाकर के हवाले से आगे बताया गया, “भगवती बेन को कई सालों से डायबिटीज (मधुमेह) थी। वह उसके अलावा हृदय और वृक्क की बीमारियों से भी पीड़ित थीं। अस्पताल में इलाज के दौरान ही उनका देहांत हो गया।’’ अंतिम संस्‍कार से जुड़ी कोई जानकारी उपलब्‍ध नहीं है, देर शाम ही उनका अंतिम संस्‍कार किया जाना था । प्रधानमंत्री के गुजरात पहुंचने की भी कोई जानकारी नहीं आई है ।

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घर से काफी समय से दूर हैं प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने हाल ही में दिए एक इंटरव्‍यू में बताया था कि घर से उनका कोई लगाव नहीं है, वो कई साल पहले ही मोह माया को त्‍याग चुके हैं । उन्‍होने बहुत छोटी सी उम्र में घर त्‍याग दिया था और शाखा को अपना लिया था । प्रधानमंत्री ने बताया था कि बस वो कभी कभार अपनी माता का हाल चाल जरूर जान लेते हैं और उनसे मिलने भी जाते हैं । वो समय-समय पर मां हीराबेन का आशीर्वाद लेते रहते हैं । नामांकन से पहले भी प्रधानमात्री मां का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे ।