लालू के लाल तेज प्रताप फिर हुए नाराज, तेजस्वी के करीबियों ने कर दिया खेल, बेरंग लौटना पड़ा वापस

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप ने न्यूज-18 से फोन पर बात करते हुए कहा कि पार्टी के ही कुछ लोग नहीं चाहते हैं, कि मैं चुनाव प्रचार में हिस्सा लूं।

New Delhi, May 05 : बिहार की राजनीति में तेज अध्याय सुर्खियों में है, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर से अपनी ही पार्टी के लोगों पर कई संगीन आरोप लगाये हैं, दरअसल लालू के लाल को रविवार को चुनाव प्रचार के लिये अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के साथ गोपालगंज जाना था, लेकिन ऐसा हो ना सका, जिसकी वजह से तेज प्रताप बरस पड़े।

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बेरंग लौटे तेज प्रताप
तेज प्रताप यादव को अपने छोटे भाई तेजस्वी के साथ गोपालगंज जाना था, लेकिन ऐन मौके पर उन्हें बोर्डिग पास नहीं दिया गया, जिसकी वजह से एयरपोर्ट से उन्हें बेरंग लौटना पड़ा, तेज प्रताप इससे काफी नाराज दिखे, उन्होने तेजस्वी के आस-पास रहने वालों पर निशाना साधा, इसके साथ ही कई गंभीर आरोप भी लगाये।

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कुछ लोग नहीं चाहते, मैं प्रचार करुं
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने न्यूज-18 से फोन पर बात करते हुए कहा कि पार्टी के ही कुछ लोग नहीं चाहते हैं, कि मैं चुनाव प्रचार में हिस्सा लूं, मैं तेजस्वी के साथ घूंमू , इसी वजह से पार्टी के ही कुछ लोगों ने मुझे हेलीकॉप्टर का बोर्डिग पास नहीं दिया, इस वजह से मुझे हेलीकॉप्टर में जगह नहीं दी गई।

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दो सभा करनी थी
तेज प्रताप यादव अपने छोटे भाई तेजस्वी के साथ नहीं जा पाने पर काफी नाराज दिखे, उन्होने कहा कि मुझे और तेजस्वी को एक साथ हेलीकॉप्टर से गोपालगंज और महाराजगंज में चुनावी सभी करनी थी, लेकिन मैं नहीं जा सका, आपको बता दें कि तेज और तेजस्वी के बीच बीच-बीच में मनमुटाव की खबरें भी आती रहती हैं, इससे पहले शनिवार को मां राबड़ी देवी के साथ तेज प्रताप मनेर में बहन मीसा भारती के लिये वोट मांगते दिखे थे।

पार्टी के विरुद्ध कर रहे प्रचार
आपको बता दें कि तेज प्रताप अपने परिवार से अलग रह रहे हैं, इतना ही नहीं उन्होने अपने दो करीबियों के लिये पार्टी से टिकट की मांग की थी, जब पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया, तो ना सिर्फ उन दोनों को उन्होने निर्दलीय मैदान में उतारा, बल्कि जहानाबाद और शिवहर में वो पार्टी के खिलाफ प्रचार भी कर रहे हैं, हालांकि इसके बावजूद लालू प्रसाद और तेजस्वी चुप्पी साधे हुए हैं।