ममता ने मंच से कहा ‘मोदी को हराना है’ , विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दे दिया करारा जवाब
”जब मोदी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सिंडिकेट की पार्टी है. इसकी सरकार को सिंडिकेट चला रहे हैं. मुझे लगा उन्हें लोकतंत्र का एक करारा तमाचा लगना चाहिये।”
New Delhi, May 08 : ममता बैनर्जी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर हमलावर हैं, वो लगातार मंच से मोदी सरकार पर हमला कर रही हैं । प्रधानमंत्री की ओर से भी इन हमलों का माकूल जवाब उन्हीं के अंदाज में मिल रहा है । पीएम ने बंगाल की रैलियों में ममता दीदी को जमकर घेरा, उन्हीं के बयानों का करारा जवाब भी दिया । पीएम ने पिछले दिनों रैली में कहा बंगाल की सीएम से वो चक्रवात को लेकर बात करना चाहते थे लेकिन ममता बैनर्जी ने उनसे बात तक नहीं की । मंगलवार को रैली में ममता बैनर्जी ने पीएम पर तमाम वार किए । जिसका जवाब उन्हें विदेश मंत्री से मिला ।
ममता बनर्जी ने दिया ऐसा बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमात्री ममता बैनर्जी ने मंगलवारको एक रैली में कहा कि नरेंद्र मोदी को लोकतंत्र का एक जोरदार तमाचा लगना चाहिये । उन्होंने कहा, ”मैं राजनीति में अपना सिर नहीं झुकाऊंगी. जब मोदी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सिंडिकेट की पार्टी है. इसकी सरकार को सिंडिकेट चला रहे हैं. मुझे लगा उन्हें लोकतंत्र का एक करारा तमाचा लगना चाहिये।”
सुषमा स्वराज का जवाब
वहीं ममता बैनर्जी के ऐसे बयान से बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज खासी नाराज हैं । सुषमा स्वराज ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उनके बयान के लिए निशाने पर लिया । उन्होने एक शायरी के साथ ममता बैनर्जी को जमीन पर लाने की भी कोशिश की । सुषमा ने ट्वीट किया – ”ममता जी – आज आपने सारी हदें पार कर दीं. आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं. कल आपको उन्हीं से बात करनी है. इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूं : दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों।”
मोदी पर ममता के आरोप
इससे पहले ममता बनर्जी ने सोमवार को एक रैली में कहा था – ”मैं उन्हें देश का प्रधानमंत्री नहीं मानती हूं, इसलिए मैं बैठक में नहीं बैठी । मैं उनके साथ एक ही मंच पर नहीं दिखना चाहती हूं । मैं अगले पीएम से बात करूंगी. हम चक्रवात से होने वाले नुकसान का ध्यान रख सकते हैं । हमें चुनाव से पहले केंद्र की मदद की जरूरत नहीं है ।’ उन्होंने ये भी कहा था, ”अगर मैं टोल कलेक्टर हूं तो आप क्या हैं? सिर से पैर तक आप लोगों के खून से सने हुए हैं. जब उनसे पूछा गया कि उनकी (पीएम) पत्नी क्या करती है और वह कहां रहती हैं, तो उन्होंने (पीएम) कहा कि वह नहीं जानते. जो अपनी पत्नी की देखभाल नहीं कर सकता, वह भारतीयों की देखभाल करेगा?”
ममता जी – आज आपने सारी हदें पार कर दीं. आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधान मंत्री हैं. कल आपको उन्हीं से बात करनी है. इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूँ :
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे,
जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों.— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 7, 2019