पहले की नीतीश को लुभाने की कोशिश, मिला करारा जवाब तो पलट गये कांग्रेसी नेता

कांग्रेस नेता की कोशिशों पर तब पानी फिर गया, जब जदयू महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद के सी त्यागी ने उन्हें करारा जवाब दिया।

New Delhi, May 18 : लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस एक तरह से मान चुकी है, कि उनके पास सरकार बनाने लायक आंकड़ा नहीं आने वाला है, इसलिये सातवें चरण के मतदान से पहले ही जोड़-तोड़ की कोशिशों में जुट गई है। लेकिन यहां भी कांग्रेस को कुछ खास सफलता मिलती नहीं दिख रही है, आइये आपका बताते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है और इसकी शुरुआत कहां से हुई।

Advertisement

गुलाम नबी आजाद का बयान
बुधवार 15 मई को पटना पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नीतीश कुमार कुछ मजबूरी की वजह से एनडीए में गये, नीतीश जैसे और भी लोग हैं, जिनकी विचारधारा बीजेपी से नहीं मिलती है, कांग्रेस नेता के मुताबिक कुछ लोग सत्ता पाने या फिर किसी मजबूरी की वजह से बीजेपी के साथ हैं, अगर दूसरी पार्टियां भी उनकी जरुरतों को पूरा करती है, तो उन पार्टियों को खेमा बदलने में काफी परेशानी नहीं आएगी।

Advertisement

सेंध लगाने की तैयारी
कांग्रेस नेता ने ये बयान देकर एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की, एक तो बहुमत ना मिलने की स्थिति में कांग्रेस के लिये नये सहयोगी की तलाश शुरु कर दी, दूसरी ओर एनडीए के सहयोगी को तोड़कर मोदी के खेमे में सेंध लगाने की कोशिश की, या फिर ये भी कह सकते हैं, कि नीतीश कुमार को खुला ऑफर दिया, कि उनके लिये दरवाजे खुले हैं।

Advertisement

जदयू का करारा जवाब
हालांकि कांग्रेस नेता की कोशिशों पर तब पानी फिर गया, जब जदयू महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद के सी त्यागी ने उन्हें करारा जवाब दिया, उन्होने कहा कि जदयू एनडीए की भरोसेमंद साथी है, पीएम मोदी हमारे सारथी हैं, युद्ध के बीच में सारथी नहीं बदले जाते, ये उन लोगों को भी समझना चाहिये, जदयू महासचिव ने कहा कि गुलाम नबी आजाद कोई जदयू प्रवक्ता तो हैं नहीं, जो इस तरह की बातें नीतीश कुमार को लेकर कर रहे हैं, उन्होने कहा कि एक बार फिर केन्द्र में मोदी की अगुवाई में सरकार बनने जा रही है।

कांग्रेस नेता के बदल गये सुर
जदयू नेता की ओर से ऐसी प्रतिक्रिया मिलने के बाद कांग्रेस के भी सुर बदल गये, गुलाम नबी आजाद ने अपने पहले के बयान का खंडन करते हुए कहा कि ये सच नहीं है, कांग्रेस सरकार बनाने का ना तो दावा करेगी और ना ही पीएम पद के लिये लालायित है, निश्चित रुप से हम इस चुनाव में अच्छा करेंगे, हम सबसे बड़ी और पुरानी पॉलिटिकल पार्टी हैं।