बर्बादी की कगार पर पहुंचा पाकिस्तान, शेयर बाजार में गिरावट से खलबली, ब्याज चुकाने के लिये कर्ज ढूंढ रहे इमरान

पड़ोसी मुल्क की अर्थव्यवस्था लगातार कर्ज पर आधारित होती जा रही है, पाकिस्तान लिये गये कर्ज का ब्याज भी नहीं चुका पा रहा है।

New Delhi, May 18 : पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है, पाक के करेंसी में भारी गिरावट दर्ज की गई है, इसके साथ ही शेयर बाजार 800 अंक नीचे आ गया है, जिसकी वजह से पाकिस्तानी निवेशकों के एक हजार करोड़ रुपये डूब गये हैं, पाकिस्तानी अखबार द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ ने पाक को राहत पैकेज देने का ऐलान किया था, जिसके बाद वहां के करेंसी बाजार पर दबाव बढ गया।

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निवेशक बेच रहे पाकिस्तानी रुपये
अभी तक सरकार और आईएमएफ के बीच डील की शर्तो का खुलासा नहीं हुआ है, इसकी वजह से निवेशक चितिंत है, कहा जा रहा है कि इसी वजह से निवेशक तेजी से पाकिस्तान का रुपया बेच रहे हैं। पाकिस्तान में फिलहाल 1 अमेरिकी डॉलर की कीमत 145 रुपये हो गया है, एक्सपर्ट्स के मुताबिक आने वाले दिनों में पाकिस्तानी रुपये की कीमत में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।

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और बढेगी महंगाई
विशेषज्ञों के मुताबिक करेंसी में गिरावट का असर पाक में महंगाई पर पड़ेगा, आने वाले दिनों में पाकिस्तान में महंगाई आसमान छूने लगेगी, आपको बता दें कि पाकिस्तानी रुपये में कच्चे तेल और जरुरत के दूसरे कई सामान विदेश से मंगाया जाता है, करेंसी के नीचे गिरने से अब आयात करना और महंगा हो जाएगा।

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कर्ज के बोझ तले दबा है पड़ोसी मुल्क
आपको बता दें कि पड़ोसी मुल्क की अर्थव्यवस्था लगातार कर्ज पर आधारित होती जा रही है, पाक लिये गये कर्ज का ब्याज भी नहीं चुका पा रहा है, इसका असर वहां निर्माण और निर्यात पर हो रहा है, बढते कर्ज की वजह से पाक का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है, विशेषज्ञों के मुताबिक पड़ोसी मुल्क विदेश से कर्ज लेकर पैसे का इस्तेमाल विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर की जगह हथियारों और आतंकियों पर खर्च कर रहा है, जिसका उन्हें कोई रिटर्न नहीं मिलता है।

बर्बादी की कगार पर
पाक अपनी इन्हीं नीतियों की वजह से बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है, वहां की संसद के आंकड़ों के मुताबिक पाक पर कर्ज का बोझ 88.199 बिलियन डॉलर पहुंच चुका है, जो बेहद खतरनाक स्थिति है। अब पाक आईएमएफ से 6 बिलियन डॉलर का कर्ज ले रहा है, जो आने वाले दिनों में और उसकी मुसीबतों में इजाफा करेगा, आईएफएफ बेहद कड़े शर्तो के साथ पाक को कर्ज देने के लिये राजी हुआ है, इस रकम को पाक को ब्याज समेत अगले तीन साल में रिटर्न करना है।