नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी, लिखी जा चुकी है पूरी स्क्रिप्ट

नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि उन्होने जो भी कहा आत्मा से कहा, गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी पंजाब की आत्मा पर चोट है।

New Delhi, May 21 : पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अपने बयानों की वजह से अकसर सुर्खियों में रहते हैं, हालांकि अब ये उनके लिये मुसीबत बनता जा रहा है, पंजाब कांग्रेस के ज्यादातर बड़े नेता और कैप्टन मंत्रिमंडल में शामिल नेता सिद्धू के खिलाफ हो गये हैं, पंजाब कांग्रेस की प्रभारी आशा कुमारी भी सिद्धू से खफा दिख रहे हैं, उन्होने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ से रिपोर्ट मांगी है, कहा जा रहा है कि सिद्धू के बड़बोलेपन की वजह से पार्टी की छवि खराब हुई है, मामला राहुल गांधी के संज्ञान में भी है, सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई होगी, लेकिन फैसला चुनाव परिणाम के बाद होंगे।

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सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई
पंजाब कांग्रेस और कैप्टन कैबिनेट के कई मंत्री सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, सोमवार को मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, साधू सिंह धर्मसोत ने सिद्धू की बयानबाजी को बेतुकी और गैर-वाजिब बताया, उन्होने कहा कि सिद्धू से उन्हें कोई नाराजगी नहीं है, लेकिन विवादित बयान देने से पहले उन्हें कैबिनेट मीटिंग में बात करनी चाहिये थी।

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सिद्धू अपनी बात पर अड़े हैं
नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि उन्होने जो भी कहा आत्मा से कहा, गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी पंजाब की आत्मा पर चोट है, इससे सारी सिख कौम आहत है। सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का बिना नाम लिये इशारे में कहा, ठोंक दो उन लोगों को, जो लोग मिलीभगत कर कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम कर रहे हैं।

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तीन मंत्रियों ने खोला मोर्चा
कैप्टन सरकार में मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पंजाब सरकार बेअदबी के मामले में कार्रवाई कर रही है, एसआईटी आरोपी पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू बिना किसी वजह आरोपियों को सजा दिलाने की सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रहे हैं, मंत्री ने कहा कि सिद्धू ने 2015 में तब इस्तीफा क्यों नहीं दे दिया, जब गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी हुई, तब सिद्धू बीजेपी में थे और उनकी पत्नी मंत्री थी, उन्होने चुनाव के बीच में बयानबाजी की है, जो गलत है।

पत्नी को टिकट नहीं मिलने से खफा
सिद्धू अपनी पत्नी नवजोत कौर के लिये चंडीगढ लोकसभा से टिकट चाहते थे, लेकिन आखिरी समय में पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल को टिकट दे दिया गया, बाद में सिद्धू की पत्नी ने आरोप लगाया था कि सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रभारी आशा कुमारी की वजह से मेरा टिकट काटा गया, जिस पर सिद्धू ने कहा कि मेरी पत्नी सच बोलने का दम रखती है, वो कभी झूठ नहीं बोलती।