प्रचंड जीत के बाद अब नई कैबिनेट की तैयारी, जेटली रहेंगे बाहर, इन नए चेहरों पर टिकी हैं सबकी नजर
जेटली राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से दिए गए डिनर में भी नहीं पहुंचे । जबकि यहां बीजेपी के लगभग सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे, वो भी जिन्होने चुनाव नहीं लड़ा ।
New Delhi, May 25 : लोकसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद अब नई कैबिनेट पर सबकी निगाह है । खबर है कि इस बार खराब सेहत के कारण अरुण जेटली मंत्रिमंडल में नहीं होंगे, ऐसे में वित्त मंत्रालय किसकी जिम्मेदारी होगा ये बड़ा सवाल है । हालांकि वित्त के लिए जो नाम सामने आ रहा है वो अपने आप में रोचक है, खबर है कि अमित शाह को इस मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है । बहरहाल इस बार सुषमा स्वराज, उमा भारती जैसे चेहरे भी कैबिनेट से बाहर हैं । किन नए चेहरों को कैबिनेट में मिल सकती है जगह, आइए आगे जानते हैं ।
कैबिनेट में नहीं होंगे अरुण जेटली
2014 की मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय जैसे अहम विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे नेता अरुणजेटली इस बार कैबिनेट का हिस्सा नहीं होंगे । उन्होने खराब सेहत के चलते कैबिनेट से बाहर रहने का फैसला लिया था । जेटली जेटली शुक्रवार को हुई मोदी सरकार के पहले कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट मीटिंग में नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं जेटली राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से दिए गए डिनर में भी नहीं पहुंचे । जबकि यहां बीजेपी के लगभग सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे, वो भी जिन्होने चुनाव नहीं लड़ा ।
चर्चा में अमित शाह का नाम
खबर तेज है कि गांधीनगर से पहली बार लोकसभा में जीतकर आने वाले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को इस बार कैबिनेट में बड़ा भार प्राप्त हो सकता है । मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की कैबिनेट में वो अहम भूमिका निभा सकते हैं । बताया जा रहा है कि शाह को गृह, वित्त या रक्षा मंत्रालय में से कोई एक सौंपा जा सकता है । शाह को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है, खराब सेहत के कारण सुषमा स्वराज भी चुनाव से दूर ही रही हैं, हालांकि वो राष्ट्रपति द्वारा दिए डिनर में शामिल हुई थीं ।
स्मृति गांधी को मिल सकता है ईनाम
एक नाम जो सबके जहन में है वो है स्मृति ईरानी का । स्मृति ने इस चुनाव में राहुल गांधी के गढ़ को ध्वस्त कर बीजेपी का परचम अमेठी में फहराया है । ये उनकी बड़ी जीत मानी जा रही है, जिसका ईनाम पार्टी से उन्हें मिल सकता है । पिछली सरकार में भी स्मृति मानव संसाधन मंत्रालय से लेकर, सूचना प्रसारण और कपड़ा मंत्रालय भी संभाल चुकी हैं, संभावना है कि इस बार भी उन्हें अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है । वहीं उम्मीद जताई जा रही है कि इस कैबिनेट में एक बार फिर राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रकाश जावेड़कर को मौका मिल सकता है । वहीं शिवसेना और जदयू से भी नए चेहरों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है।