मोदी पार्ट 1 में किनारे लगे थे आडवाणी और जोशी, अब मोदी सरकार पार्ट – 2 में इन नेताओं के संन्यास की बारी
जेटली ने कहा कि पिछले 18 महीनों से मैं कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझा हूं, हालांकि अब मैं ठीक हूं । चुनाव अभियान के दौरान मिली जिम्मेदारियों से भी मैं आपको कहकर मुक्त हो गया था ।
New Delhi, May 30 : मोदी सरकार पार्ट 2 का आज से आगाज होने वाला है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज शाम शपथग्रहण समारोह है, जिसके बाद वो एक बार फिर देश की कमान संभालेंगे । मोदी सरकार एक में जिस तरह से बीजेपी ने अपने कुछ वरिष्ठ जनों को सरकार से दूर कर उन्हें लगभग किनारे लगा दिया था ठीक उसी तरह इस बार भी कुछ और दिग्गज चेहरे सरकार से दूर हो सकते हैं, इतना ही नहीं संन्यास भी ले सकते हैं ।
पहला नाम अरुण जेटली
मोदी पार्टी 2 में संन्यास लेने वाले नेताओं में सबसे पहला नाम अरुण जेटली का ही है । जेटली ने खुद पीएम मोदी को पत्र लिखकर मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया है। उन्होने पत्र में खा है कि पिछले 5 सालों में आपके कार्यकाल का हिस्सा होना मेरे लिये सम्मान की बात है, ये सीखने वाला अनुभव रहा, इससे पहले भी एनडीए की सरकार में पार्टी ने मुझे जिम्मेदारी सौंपी थी, पार्टी के संगठन और विपक्ष में रहने के दौरान भी मैंने कई जिम्मेदारियां संभाली, इससे ज्यादा की मांग नहीं कर सकता हूं। जेटली ने कहा कि पिछले 18 महीनों से मैं कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझा हूं, हालांकि अब मैं ठीक हूं । चुनाव अभियान के दौरान मिली जिम्मेदारियों से भी मैं आपको कहकर मुक्त हो गया था । फिलहाल भविष्य में भी कुछ समय के लिये मैं कोई जिम्मेदारी नहीं चाहता हूं, ताकि मैं अपने इलाज और स्वास्थ्य पर ध्यान केन्द्रित कर सकूं।
संन्यास की ओर ये बड़े नेता
वहीं मोदी सरकार पार्ट 2 से दूर रहने वाले नेताओं में पूर्व सरकार में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज हो सकती हैं । उमा भारती ने भी इन चुनावों में दूर रहकर ही योगदान दिया । वहीं 75 पार करने वाले बीजेपी सांसदों में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी एक रहीं, जिन्होने खुद ही चुनाव से बाहर रहकर संन्यास का फैसला ले लिया था । इनके अलावा पार्टी के कुछ और बुजुर्ग नेता भी हैं, जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं देकर चाहे-अनचाहे ही राजनीतिक संन्यास पर भेज दिया । इनमें आडवाणी, जोशी के अलावा शांता कुमार, हुकुमदेव नारायण यादव, करिया मुंडा, कलराज मिश्र, बीसी खंडूरी, भगत सिंह कोश्यारी भी शामिलहैं ।
2014 में आडवाणी, जोशी को रखा गया दूर
आडवाणी औश्र जोशी अब पार्टी के मार्गदर्शक मंडल का हिस्सा हैं, हालोंकि दोनों ही वरिष्ठ नेताओं ने 2014 में चुनाव लड़ा था और अपने क्षेत्रों से जीत भी प्राप्त की थी, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया । 2019 में कई नेताओं ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर खुद ही चुनाव से दूर रहने का फैसला कर लिया और कई नेता अपनी उम्र के कारण पार्टी का टिकट नहीं प्राप्त कर सके । बहरहाल मोदी सरकार – 2 में किन चेहरों को शामिल किया जाएगा, इसे लेकर सभी देशवासियों में उत्सुकता बनी हुई है ।