बल्ले की दहाड़ से आंसूओं तक, युवराज सिंह ने संन्यास की घोषणा कर कहा, कभी हार नहीं माना

1983 में कपिल देव की कप्तानी में विश्वकप जीतने के बाद विश्व खिताब के लिये टीम इंडिया तरस रही थी, इस सूखे को साल 2007 में युवराज सिंह ने खत्म किया।

New Delhi, Jun 10 : टीम इंडिया के धुरंधर बल्लेबाज युवराज सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, युवी ने साउथ मुंबई होटल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में ये ऐलान किया, आपको बता दें कि युवराज ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत सौरव गांगुली की कप्तानी में साल 2000 में नैरोबी में की थी, केन्या के खिलाफ डेब्यू वनडे मुकाबले में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, धाकड़ बल्लेबाज ने अपना आखिरी वनडे दो साल पहले 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।

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सीमित ओवर में शानदार, टेस्ट में औसत प्रदर्शन
युवराज टीम इंडिया के उन चुनिंदा क्रिकेटरों में रहे, जिन्होने सीमित ओवरों के क्रिकेट में जबरदस्त सफलता हासिल की, हालांकि टेस्ट में उनका प्रदर्शन औसत रहा, युवराज ने देश के लिये 304 वनडे मैचों में 8701 रन बनाये, जिसमें 14 शतक भी शामिल है, साथ ही उन्होने वनडे में 111 विकेट भी अपने नाम किये, अगर टी-20 की बात करें, तो 58 मुकाबलों में उन्होने 1177 रन बनाये, जिसमें 8 अर्धशतक भी शामिल है, टी-20 में उन्होने 28 विकेट अपने नाम किये, टेस्ट क्रिकेट में अपनी काबिलियत के मुताबिक युवी प्रदर्शन नहीं कर सके, 40 टेस्ट खेलकर 1900 रन बनाये, जिसमें तीन शतक भी शामिल है।

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दो विश्वकप में मैन ऑफ द सीरीज
1983 में कपिल देव की कप्तानी में विश्वकप जीतने के बाद विश्व खिताब के लिये टीम इंडिया तरस रही थी, इस सूखे को साल 2007 में युवराज ने खत्म किया, तब युवी ने टी-20 विश्वकप में 6 मैचों में 148 रन बनाये, साथ ही गेंद से भी अपनी उपयोगिता साबित की, जिसकी वजह से उन्हें मैन ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया। इसी टूर्नामेंट में युवी ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाये थे, फिर 2011 आईसीसी विश्वकप में भी उन्हें मैन ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया था।

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ये है युवराज के सन्यास की वजह
माना जा रहा है कि युवराज ने इंटरनेशनल क्रिकेट से इसलिये संन्यास की घोषणा की, क्योंकि वो आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी टी-20 लीग में फ्रीलांस करियर बनाना चाहते हैं, बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हाल ही में बताया था कि युवी अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास के बारे में सोच रहे हैं, वो जी टी-20 (कनाडा) और आयरलैंड और हालैंड में यूरो टी-20 स्लैम टूर्नामेंट में खेलने पर विचार कर रहे हैं, उन्हें इन टूर्नामेंटों में खेलने का ऑफर मिल रहा है।

1 साल पहले ही तय कर लिया था
युवी ने कहा कि सन्यास के कई कारण हैं, मैं निराश था, मौका भी नहीं मिल रहा था, कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था, इसलिये मैंने एक साल पहले ही तय कर लिया था, कि संन्यास ले लूंगा, युवी आईपीएल 2019 में मुंबई इंडियंस के लिये खेले, उन्होने कहा कि पिछले कुछ समय से वो अपने करियर को लेकर कंफ्यूज चल रहे थे, उन्होने एक साल पहले ही तय कर लिया था कि इस आईपीएल के बाद सन्यास ले लेंगे, युवी ने युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत की तारीफ करते हुए कहा कि उनमें दिखती है मेरी झलक।