विराट कोहली की जगह इस धुरंधर को कप्तानी सौंपने की मांग हुई तेज, दिग्गज क्रिकेटर ने कही बड़ी बात

आईसीसी विश्वकप में भारतीय टीम का अभियान खत्म होने के साथ ही नये कप्तान की चर्चाएं जोर पकड़ ली है।

New Delhi, Jul 14 : भारतीय टीम के सेमीफाइनल में हारकर बाहर होने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं, पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने सीमित ओवरों में कप्तानी विराट कोहली से लेकर रोहित शर्मा को देने की मांग की है, आपको बता दें कि जाफर पहले क्रिकेटर हैं, जिन्होने इस तरह की मांग की है, हालांकि जाफर से पहले सोशल मीडिया पर कई फैंस और आलोचक इस तरह की बात कर चुके हैं, जाफर ने शनिवार को लिखा, क्या सफेद बॉल क्रिकेट में कप्तानी रोहित शर्मा को सौंपने का समय आ गया है, मैं चाहूंगा कि वो 2023 विश्वकप में भारतीय टीम की कप्तानी करें।

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नये कप्तान की चर्चा
मालूम हो कि आईसीसी विश्वकप में भारतीय टीम का अभियान खत्म होने के साथ ही नये कप्तान की चर्चाएं जोर पकड़ ली है, कई लोगों का कहना है, कि विराट कोहली की जगह टीम की कप्तानी हिटमैन को सौंपना चाहिये, वो अच्छे कप्तान साबित हो सकते हैं, उनकी कप्तानी में ही पिछले साल भारतीय टीम ने एशिया कप जीता था।

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सेमीफाइनल हार कर बाहर
आईसीसी विश्वकप में भारतीय टीम को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने 18 रन से हराया, ये हार काफी अप्रत्याशित थी, क्योंकि भारतीय टीम शानदार फॉर्म में थी और उन्हें ट्रॉफी का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लीग स्टेज में टीम नंबर वन रही, लेकिन सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम पर किवी गेंदबाज भारी पड़ गये।

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खेमे में बंटने का दावा
पिछले दिनों खबर ये आई थी, कि विश्वकप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद भारतीय टीम में फूट पड़ गई, खिलाड़ी दो खेमों में बंटते दिख रहे हैं, और एक-दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं, कुछ खिलाड़ी हार के लिये कोच को जिम्मेदार बता रहे हैं, जबकि कुछ लोग विराट कोहली की कप्तानी से खुश नहीं हैं।

फैसले थोपने का आरोप
दैनिक जागरण डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ खिलाड़ी इस बात से नाराज हैं कि कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली अकेले फैसला लेते हैं, ये दोनों कभी भी टीम के बाकी सदस्यों से ज्यादा सलाह मशविरा नहीं करते हैं, ये भी दावा किया जा रहा है, कि डर की वजह से कोई भी विराट और शास्त्री का विरोध नहीं करता, कुछ खिलाड़ियों का मानना है कि अगर टीम विश्वकप से बाहर हुई, तो इसकी सबसे बड़ी वजह कोहली और शास्त्री की सोच है, जो वो टीम पर थोपते हैं।