उन्नाव: लोन न चुकाने के चलते ट्रक का नंबर छिपाने की बात निकली झूठी, ये है सच

नंबर पर ग्रीस लगे होने के पीछे उसके मालिक ने कहा था कि फाइनेंस के दबाव से बचने के लिए उसने नंबर प्लेट पर कालिख पोती थी। जो अब झूठी साबित होती नजर आ रही है ।

New Delhi, Aug 03 : उन्नाव मामले में लोन न चुका पाने की वजह से ट्रक का नंबर छिपाने की बात झूठी निकली है । मामले में फाइनेंस कंपनी की ओर से कहा गया है कि उन्‍हें वक्त किश्‍तें मिल रही थीं । कंपनी कलेक्शन मैनेजर की ओर से कहा गया है कि उन्‍होने देवेंद्र किशोर के तीन ट्रकों के लिए फाइनेंस किया है। उसने हाल ही में एक ट्रक की किश्त पूरी तरह से चुका दी है। बाकि दो ट्रकों की किश्‍त भी वह समय पर दे रहा था।

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ट्रक की नंबर प्‍लेट पर पुती थी कालिख
दरअसल  न्नाव रेप मामले में पीड़ित की कार की जिस ट्रक के साथ दुर्घटना हुई थी, उसकी नंब र प्लेट पर कालिख पुते हुई थी । जिसके चलते पहली संभावना यही जताई गई कि ये दुर्घटना नहीं जानबूझकर कराया गया एक्‍सीउेंट था । हालांकि नंबर पर ग्रीस लगे होने के पीछे उसके मालिक ने कहा था कि फाइनेंस के दबाव से बचने के लिए उसने नंबर प्लेट पर कालिख पोती थी। जो अब झूठी साबित होती नजर आ रही है ।

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कलेक्‍शन मैनेजर का बयान
टेलीग्राफ की एक खबर के मुताबिक, इस बारे में कानपुर स्थित फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन मैनेजर ने इस बात से इनकार किया है । कलेक्शन मैनेजर का कहना है कि ट्रक के लोन की किश्‍त समय पर मिल रही थी। आपको बता दें दुर्घटना के बाद ही ट्रक के मालिक देवेंद्र किशोर पाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। हिरासत में पूछताछ के दौरान देवेंद्र ने कहा था कि उसने प्राइवेट फाइनेंस से लोन लेकर ट्रक को खरीदा था। जिसका लोन वह नहीं चुका पा रहा था और उसने इसीलिए नंबर प्लेट पर कालिख पोत दी ।

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पीडि़ता के परिजनों की मौत
सूत्रों के अनुसार मामले की प्रारंभिक जांच में ट्रक-कार की टक्कर जानबूझकर किए जाने की संभावना जताई गई है । आपको बता दें इस दुर्घटना में दुष्‍कर्म पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी । जबकि पीड़िता और उसके वकील की हालत बेहद गंभीर है । दोनों का इलाज लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज चल रहा है। वहीं दुष्‍कर्म आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जेल में बंद है। उसे हाल ही में पार्टी से भी निलंबित कर दिया गया है । लेकिन जब तक पार्टी स्पीकर को सेंगर को अयोग्य घोषित करने के लिए पत्र नहीं लिखती है तब तक वह विधायक बने रहेंगे।