लद्दाख के सांसद का सदन में जोरदार भाषण, विरोध कर रहे दलों की बोलती कर दी बंद

नामग्‍याल ने आगे कहा कि हम हमेशा से ही जम्मू कश्मीर से अलग होना चाहते थे, क्योंकि हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया गया । जिसकी भी सरकार जम्मू कश्मीर में रही, लद्दाख की उपेक्षा ही की ।

New Delhi, Aug 06: कश्मीर पुनर्गठन को लेकर विपक्ष सवाल उठा रहा है, इसे क्षेत्र की जनता के ऊपर मनमानी बता रहा है । कश्‍मीर के मानचित्र से खिलवाड़ माना जा रहा है । ऐसे विरोधियों को मंगलवार को लोकसभा में लद्दाख से बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्‍याल ने करारा जवाब देकर बोलती बंद कर दी । सांसद ने बकहा कि सरकार का ये फैसला लद्दाख की जनता की मर्जी है और इसमें जनता की भलाई है । ये सरहद की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी कदम था और लद्दाख निवासी इस कदम की कबसे मांग कर रहे थे ।

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लद्दाख सांसद का दमदार भाषण
भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने केंद्र सरकार के इस बड़े फैसले का करते हुए कहा कि सरहद की   सुरक्षा के लिए ये बहुत जरूरी था । देश के लिए, विकास के लिए यह बिल बहुत जरूरी था और आज यह हो गया । लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्‍याल के इस भाषण को सुनकर विरोधियों की बोलती बंद हो गई । नामग्‍याल ने लद्दाख को केन्‍द्र शासित प्रदेश बनाने के लिए गृह मंत्री और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को धन्‍यवाद दिया ।

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‘मोदी है तो मुमकिन है’
नामग्‍याल ने सदन में अपनी बारी आने पर जोरदार भाषण दिया । उन्‍होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को लेकर जो कहा जाता है कि मोदी है तो मुमकिन है, वह आज मुमकिन हो गया । नामग्‍याल ने आगे कहा कि हम हमेशा से ही जम्मू कश्मीर से अलग होना चाहते थे, क्योंकि हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया गया । जिसकी भी सरकार जम्मू कश्मीर में रही, लद्दाख की उपेक्षा ही की । नामग्‍याल ने किसी का नाम लिए बिना कहा – “इस निर्णय से क्या नुकसान होगा? सिर्फ दो परिवार रोजी-रोटी खोएंगे और कश्मीर का भविष्य उज्जवल होने वाला है।” उन्होंने लद्दाख को UT बनाने के फैसले पर भी खुशी जताई और उसका समर्थन करने की बात कही।

देश हित में लिया गया फैसला
नामग्‍याल ने कहा कि अब ऐसे लोगों की राजनीति समाप्त होने जा रही है, जिन लोगों ने सिर्फ अपने हित साधे, अपना परिवार चलाया, रोजी-रोटी चलाई और कभी गरीब जनता को नहीं देखा । युवाओं को बेरोजगार करके सड़क पर पत्थर मारने के लिए उकसाया । नामग्‍याल ने फंडिंग के डायवर्जन का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा हक हमको नहीं मिला । हम चाहते थे कि लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश के तौर पर भारत सरकार का अभिन्न अंग बने और क्षेत्र का विकास हो सके । नामग्‍याल ने कहा कि लद्दाख की जनता ने हर बार यूटी के लिए वोट किया है । और अब ऐसा हो रहा है । हम खुश हैं ।