अनुच्छेद 370 पर राजनाथ सिंह का बड़ा बयान, पिछली सरकार में ही तैयार थी पटकथा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमें सबसे बड़ी आशंका अपने पड़ोसियों से है, आप अपने मित्र बदल सकते हैं, लेकिन आपके पास पड़ोसी चुनने का विकल्प नहीं होता है।

New Delhi, Aug 09 : केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने के लिये जमीनी कार्य की शुरुआत पिछली सरकार के दौरान ही की गयी थी, इसके साथ ही उन्होने जोर दिया, कि सशस्त्र बल पश्चिमी मोर्चे पर किसी भी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिये पूरी तरह से तैयार है।

Advertisement

किसी का ऐसा पड़ोसी ना हो, जैसा हमारा है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमें सबसे बड़ी आशंका अपने पड़ोसियों से है, आप अपने मित्र बदल सकते हैं, लेकिन आपके पास पड़ोसी चुनने का विकल्प नहीं होता है, मैं प्रार्थना कर रहा हूं, कि किसी भी देश को ऐसा पड़ोसी ना मिले, जैसा हमारा है।

Advertisement

खत्म हुआ भेदभाव
राजनाथ सिंह ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बांटने के सरकार के फैसले से भेदभाव समाप्त कर दिया गया है, जिसका सामना पिछले 70 सालों से कश्मीर के लोग कर रहे थे। उन्होने आगे बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान ही इस मुद्दे के स्थायी समाधान की दिशा में जमीनी पहल शुरु की गई थी।

Advertisement

किसी भी खतरे के लिये तैयार
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि फैसले का कुछ प्रभाव होगा, पड़ोसी देश खुश नहीं हैं, वो शांति भंग करने की कोशिश करेगा, हमारे सशस्त्र बलों ने सुरक्षा चुनौतियों को स्वीकार कर लिया है, वो किसी भी खतरे का सामना करने के लिये पूरी तरह से तैयार हैं। आपको बता दें कि ऑर्टिकल 370 खत्म करने के फैसले से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है, वो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस पर दखल देने के लिये उकसा रहा है, लेकिन कोई भी देश खुलकर पाक का पक्ष नहीं ले रहा, इसके साथ ही पाक ने भारत के साथ द्विपक्षीय राजनयिक और व्यापारिक रिश्ते भी खत्म करने का ऐलान कर चुका है, हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक इससे ज्यादा नुकसान पाक का ही होगा।