बिहार महागठबंधन में पड़ी दरार, मांझी के बाद कांग्रेस ने दिये बड़े संकेत, नीतीश कर सकते हैं खेल
2019 लोकसभा चुनाव में बिहार में कांग्रेस ने महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, इस चुनाव में महागठबंधन के सभी घटक दलों को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
New Delhi, Aug 13 : बिहार में लोकसभा चुनाव में मोदी का रथ रोकने के लिये महागठबंधन किया गया था, लेकिन अब इस महागठबंधन के भविष्य पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं, जीतन राम मांझी की पार्टी हम के बाद अब कांग्रेस ने भी महागठबंधन से अलग होने के संकेत दिये हैं, पार्टी के प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि महागठबंधन लोकसभा चुनाव के लिये बना था, कोई भी गठबंधन स्थायी नहीं होता ।
नये आकार का गठबंधन बनेगा
प्रेम चंद मिश्रा ने कहा कि जरुरी नहीं कि बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में ऐसे ही हम जाएंगे, विधानसभा चुनाव में जरुरत पड़ी तो एक विचारधारा वाली पार्टियां मिलकर फिर से नया गठबंधन बना सकती है, कांग्रेस नेता ने इशारों में बहुत कुछ कह दिया, साथ ही उन्होने बोला कि आज की तारीख में हर पार्टी अपने-अपने स्तर पर गतिविधियों को चला रही है, प्रेमचंद ने ये भी साफ किया, कि आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन पर फैसला केन्द्रीय नेतृत्व से बात करने के बाद लिया जाएगा।
एक साथ लड़े थे कई दल
2019 लोकसभा चुनाव में बिहार में कांग्रेस ने महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, इस चुनाव में महागठबंधन के सभी घटक दलों को करारी हार का सामना करना पड़ा था, महागठबंधन में कांग्रेस राजद समेत जीतन राम मांझी और उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा, शरद यादव और मुकेश सहनी की भी पार्टी थी।
मांझी ने दिये अलगाव के संकेत
प्रेम चंद मिश्रा के बयान से पहले हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने 2020 विधावसभा चुनाव अकेले ही लड़ने का ऐलान कर दिया था, पार्टी अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने ऐलान करते हुए कहा था कि हमारी पार्टी को बचाने का सवाल है, इसलिये ये फैसला लेना पड़ रहा है, उन्होने कांशी राम की राह पर राजनीति करने की बात कहते हुए कहा कि महागठबंधन में किसी तरह का समन्वय नहीं बचा है।
राजद भी एकला चलो रे के मूड में
राजद भी इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि जिसे रहना है रहें, जिसे जाना है जाएं, हालांकि इस मसले पर अभी तक तेजस्वी यादव ने कुछ भी नहीं कहा है, माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी एक बार फिर से अपने बिखरे कुनबे को संभालेंगे ।