अनुच्छेद 370- अमेरिका की भी अक्ल आई ठिकाने, कश्मीर मामले पर लिया बड़ा फैसला

भारत हमेशा से इस बयान पर कायम रहा है कि जम्मू-कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है, सिर्फ पाक से ही इस मुद्दे पर बात होगी।

New Delhi, Aug 13 : जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर भारत के रुख साफ करने के बाद आखिरकार अमेरिका ने मान लिया कि ये मामला भारत का आंतरिक मामला है, ऐसे में इस मामले में मध्यस्थता की जरुरत नहीं है, भारत और पाकिस्तान ही इस मामले को आपस में बैठकर सुलझा ले, अमेरिका कश्मीर के मामले पर कोई दखलअंदाजी नहीं करेगा।

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द्विपक्षीय मामला
अमेरिका में भारतीय राजदूत हर्षवर्धन सिंगला की ओर से इस मामले पर बयान दिया गया है, कि अमेरिका अपनी पुरानी नीति पर चलना चाहता है, अमेरिका का रुख मामले पर साफ है कि भारत और पाकिस्तान एक साथ मिलकर इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करे, क्योंकि ये दो देशों के बीच का मामला है, इसलिये इसमें तीसरे देश की जरुरत नहीं है।

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दखल बर्दाश्त नहीं
आपको बता दें कि भारत हमेशा से इस बयान पर कायम रहा है कि जम्मू-कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है, सिर्फ पाक से ही इस मुद्दे पर बात होगी, इस मामले में किसी दूसरे देश का दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, हर्षवर्धन सिंगला ने फॉक्स न्यूज से कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पहले ही साफ कर चुके हैं, कि कश्मीर मसले पर उनकी मध्यस्थता भारत-पाक की सहमति पर निर्भर कर सकती है, चूंकि भारत ने मध्यस्थता की पेशकश ठुकरा दी है, लिहाजा अब इस मामले को आगे नहीं बढाया जाएगा।

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ट्रंप का दावा
मालूम हो कि हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका दौरे पर गये थे, जहां ट्रंप से मुलाकात के बाद दोनों ने ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया था, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया था कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने को कहा था, ट्रंप ने कहा था कि मैं ओसाका (जापान) में जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम मोदी के साथ था, हमने कश्मीर मुद्दे पर बात की, तो उन्होने कहा कि आप मध्यस्थता करना चाहेंगे, तो मैंने कहा कि अगर मैं मदद कर सकता हूं, तो पसंद करूंगा, हालांकि ट्रंप के बयान के बाद विदेश मंत्रालय ने इसे झूठ कहा और उनके बयान का खंडन किया।