सगे भाई साधु-सुभाष की कलाई रही सूनी, राबड़ी देवी ने इस मुंहबोले भाई को बांधी राखी

राबड़ी देवी ने अपने मुंहबोले भाई की ललाट पर तिलक लगाकर उन्हें मिठाई भी खिलाई, पूरे विधि-विधान से अपने इस मुंहबोले भाई की कलाई पर उन्होने राखी बांधी।

New Delhi, Aug 16 : भाई-बहन के पवित्र और अटूट रिश्ते के पर्व रक्षा बंधन के दिन भी बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देनी और उनके दोनों सगे साइयों के बीच वर्षों से जारी खटास कम नहीं हुई, दरअसल राबड़ी देवी ने अपने सगे भाइयों साधु यादव और सुभाष यादव को राखी नहीं बांधी, दोनों भाइयों की कलाई सूनी रही, लेकिन पूर्व सीएम ने अपने मुंहबोले भाई की कलाई पर राखी जरुर बांधी।

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मुंहबोले भाई को बांधी राखी
राबड़ी देवी ने अपने मुंहबोले भाई की ललाट पर तिलक लगाकर उन्हें मिठाई भी खिलाई, पूरे विधि-विधान से अपने इस मुंहबोले भाई की कलाई पर उन्होने राखी बांधी, भाई ने भी अपने कर्तव्य को निभाते हुए बहन को खास उपहार दिया, हालांकि उन्होने उपहार में क्या दिया, ये तो पता नहीं चल सका, लेकिन सगे भाइयों को छोड़ राबड़ी देवी ने मुंहबोले भाई को राखी बांधी, जिसकी खूब चर्चा हो रही है।

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कौन है ये भाई
आपको बता दें कि बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का ये मुंहबोला भाई कोई सामान्य शख्स नहीं है, इनका नाम सुनील सिंह है, और ये बिस्कोमान के चेयरमैन हैं, राबड़ी देवी और उनके पति लालू प्रसाद के बेहद करीबी माने जाते हैं, जब बिहार में लालू-राबड़ी राज था, तो इनका रसूख साधु-सुभाष से कम नहीं था, हालांकि नीतीश सरकार में भी इनका राजनीतिक रसूख कम नहीं हुआ है।

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साधु-सुभाष से दूरी
मालूम हो कि एक दौर में बिहार की सियासत में साधु यादव का जलवा होता था, लेकिन फिर पारिवारिक मनमुटाव की वजह से लालू प्रसाद ने अपने दोनों सालों से दूरी बना ली, जिसके बाद से राबड़ी देवी भी अपने भाई के यहां आना-जाना नहीं करती थी, माना जा रहा था रक्षाबंधन पर ये दूरी मिटेगी, लेकिन इस बार भी ये दूरी नहीं मिट पाई।