पाकिस्तान को लग रहा झटके पर झटका, अब इस देश ने लगाई लताड़, हो रही जगहंसाई

रहमानी ने कहा कि उनके देश का मानना है कि कश्मीर मुद्दे से अफगानिस्तान को जानबूझकर जोड़ने का पाक का मकसद अफगान की धरती पर जारी हिंसा को और बढावा देना है।

New Delhi, Aug 19 : जम्मू-कश्मीर से ऑर्टिकल 370 हटाये जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, वो पूरी दुनिया से मदद मांगता फिर रहा है, लेकिन कोई भी उसकी मदद नहीं कर रहा, पाक अलग-थलग पड़ता दिख रहा है, अब पाक को गैर जिम्मेदाराना बयान के लिये अफगानिस्तान ने भी लताड़ लगाई है, पिछले दिनों पाक ने कहा था कि कश्मीर के मौजूदा हालात से अफगानिस्तान में चल रही शांति प्रयासों पर असर होगा।

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अफगानिस्तान ने लगाई लताड़
पाकिस्तान के इस बयान के बाद अमेरिका में अफगानिस्तान की राजदूत ने काहा कि जम्मू-कश्मीर के हालात को अफगानिस्तान में शांति समझौते के लिये जारी प्रयासों से जोड़ना, दुस्साहसी, अनुचित और गैर-जिम्मेदाराना बयान है, पाकिस्तान को इससे बचना चाहिये।

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गैर-जिम्मेदाराना बयान
अमेरिका में अफगानिस्तान की राजदूत रोया रहमानी ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान ने अमेरिका में पाक के राजदूत असद मजीद खान के उस दावे को पूरी तरह से खारिज किया, कि कश्मीर में जारी तनाव का असर अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया पर दिख सकता है, उन्होने कहा कि ऐसा कोई बयान जो कश्मीर के हालात को अफगान शांति प्रयासों से जोड़ता है, वो दुस्साहसी, अनुचित और गैर-जिम्मेदाराना है।

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हिंसा करना चाहता है पाक
कश्मीर को भारत-पाक का द्विपक्षीय मामला बताते हुए रहमानी ने कहा कि उनके देश का मानना है कि कश्मीर मुद्दे से अफगानिस्तान को जानबूझकर जोड़ने का पाक का मकसद अफगान की धरती पर जारी हिंसा को और बढावा देना है, रहमानी ने कहा कि उनके पाकिस्तानी समकक्ष का बयान उन सकारात्मक और रचनात्मक मुलाकात के ठीक विपरीत है, जो अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की हालिया यात्रा के दौरान उनके पाक के पीएम इमरान खान तथा पाक के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के बीच हुई थी।

पाक को झटके पर झटका
मालूम हो कि पिछले दिनों कश्मीर मसले को लेकर पाक और चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पहुंचे थे, जहां बंद कमरे में बैठक हुई, हालांकि ये बैठक बेनतीजा और बगैर किसी बयान के खत्म हुई, संयुक्त राष्ट्र के ज्यादातर देशों ने इस बात पर जोर दिया, कि ये मामला भारत-पाक का द्विपक्षीय है, इसलिये इस पर कोई बयान ना दिया जाए।