बहुत बुरी तरह फंस गए हैं पी चिदंबरम, ईडी के दस्तावेजों से फूटा नया बम
प्रवर्तन निदेशालय ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि देश के पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की संपत्ति 12 देशों में फैली हुई है । उनके 17 बेनामी बैंक खातों की भी जानकारी दी गई ।
New Delhi, Aug 29: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदबंरम इन दिनों सीबीआई की कस्टडी में हैं, उनसे लगातार पूछताछ चल रही है । उनसे जुड़े INX मीडिया मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है । एबीपी न्यूज़ के हवाले से आई इस खबर के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय के पास कुछ ऐसे दस्तावेज़ हैं जिनके मुताबिक इस मामले में रिश्वत की रकम के सीधे तार चिदंबरम से जुड़े हैं । ईडी के ये दस्तावेज़ सीबीआई द्वारा मंगवाए गए थे । चिदंबरम 30 अगस्त तक सीबीआई कस्टडी में ही रहेंगे ।
दस्तावेजों में क्या है जानकारी ?
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई को भेजे ईडी के दस्तावेजों में बताया गया है कि जिस कंपनी को रिश्वतकी रकम भेजी गई, उसी कंपनी ने पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम के ट्रस्ट को लाखों रुपए दान भी दिए थे । इन कागजातों के मुताबिक नार्थस्टार कंपनी ने पलानीएप्पा चेटियर ट्रस्ट को 33.05 लाख रुपए की रकम डोनेशन में दी, इस ट्रस्ट का पूरा नाम L. Ct. L. Palaniappa Chettiar Trust बताया जा रहा है ।
मुख्य ट्रस्टी हैं चिदंबरम
प्रवर्त निदेशालय के इस्तावेजों के अनुसार इस ट्रस्ट के ट्रस्टी पी चिदंबरम हैं । आईएनएक्स के दस्तावेजों में भी साफ तौर पर लिखा है कि 26 सितंबर 2008 को ही नार्थस्टार कंपनी को 60 लाख रुपये दिए गए । सीबीआई चिदंबरम से इस ट्रस्ट के बारे में भी पूछताछ कर रही है । वहीं जांच एजेंसियां अब ट्रस्ट से जुड़े दस्तावेजों को खोज रही है । अगर रिश्वत का सीधा संबंध चिदंबरम से होता है तो उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं ।
चिदंबरम और उनकी अकूत संपत्ति
बता दें कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि देश के पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की संपत्ति 12 देशों में फैली हुई है । उनके 17 बेनामी बैंक खातों की भी जानकारी दी गई । उन्होने कहा कि इसी वजह से चिदंबरम को कस्टडी में लेना जरूरी है, ताकि उनसे हर पहलू पर पूछताछ हो सके । ईडी ने कहा था – ‘’हमारे पास अपने दावों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं । शेल कंपनियों का संचालन करने वाले लोग चिदंबरम के संपर्क में हैं और एजेंसी के पास इसके सबूत हैं।”