घर बैठे-बैठे गया में करे पितरों का श्राद्ध, e-पिंडदान का पूरा प्रोसेस आगे पढ़ें

e-पिंडदान करने के लिए श्रद्धालुओं को पहले से ही बुकिंग करानी होगी । जिसके लिए आपको पर्यटन विभाग द्वारा जारी वेबसाइट pitrapakshgaya.com पर जाना होगा और बुकिंग करानी होगी ।

New Delhi, Sep 19: पितृपक्ष लगने के साथ ही बिहार के गया में श्राद्ध कर्म, तर्पण, पिंडदान कराने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होने लगती है । मान्‍यता है कि गया में किया हुआ पिंडदान और श्राद्ध पितरों तक फौरन पहुंच जाता है । लेकिन भारी भीड़ के चलते यहां प्रशासन को समस्‍या का सामना भी करना पड़ता है । लिहाजा अब प्रशासन ने पिंडदान के लिए घर बैठे सुविधा शुरू की है । जो है e-पिंडदान, अब आप देश या विदेश के किसी भी हिस्‍से से इस प्रकिया का लाभ उठा सकते हैं ।

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पर्यटन विभाग ने शुरू की वेबसाइट
ऐसे लोग जो गया में पिंडदान की इच्‍छा रखते हैं, लेकिन आ नहीं सकते उनके लिए ये सुविधा बहुत ही लाभदायक रहने वाली है । पर्यटन विभाग के इस ई-पिंडदान का पूरा प्रोसेस क्‍या है आइए आपको बताते हैं । e-पिंडदान करने के लिए श्रद्धालुओं को पहले से ही बुकिंग करानी होगी । जिसके लिए आपको पर्यटन विभाग द्वारा जारी वेबसाइट pitrapakshgaya.com पर जाना होगा और बुकिंग करानी होगी ।

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e-पिंडदान की फीस
e-पिंडदान की ये सुविधा इस साल 28 सितंबर तक हैं, जो कि आखिरी श्राद्ध है । ई-पिंडदान के लिए  आपको सबसे पहले 19 हजार की दक्षिणा और जीएसटी के लिए 950 रुपये का भुगतान करना होगा । जिसके बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी । इसके बाद आप गया में अपने पितरों का तर्पण और पिंडदान करा सकते हैं ।

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इन मंदिरों में होगा तर्पण
e-पिंडदान के इस पैकेज के तहत गया में विष्णुपद मंदिर और अक्षयवट में पिंडदान और तर्पण का कराया जाएगा । खास बात ये कि पिंडदान पूरा होने के बाद आप कर्मकांड की फोटो और वीडियो क्लिपिंग भी ले सकते हैं । ये प्रक्रिया उन सभी लोगों के लिए बहुत ही सुगमकारी है जो देश से दूर हैं या किसी वजह से गया नहीं आ सकते हैं ।