धरी रह गई पाक की साजिश, UNHRC में भारत को मिली बड़ी जीत, मुस्लिम देशों ने भी नहीं दिया साथ
यूएनएचआरसी में कश्मीर मसले पर चर्चा के दौरान भारत की सचिव कुमम मिनी देवी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हमारा फैसला भारत का संप्रभु और आंतरिक मामला है।
New Delhi, Sep 20 : दुनिया को कश्मीर के मसले पर भारत के खिलाफ गुमराह करने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान को एक बार फिर झटका लगा है, 19 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कश्मीर पर प्रस्ताव पेश करने का अंतिम दिन था, लेकिन पाक इसके लिये जरुरी मत नहीं जुटा सका, सूत्रों के मुताबिक पाक के कश्मीर पर प्रस्ताव को ज्यादातर देशों ने देने से मना कर दिया।
जिनेवा में चल रहा है UNHRC का 42वां सत्र
यूएनएचआरसी में इस प्रस्ताव को प्रस्तुत करने के लिये न्यूनतम 16 देशों का साथ चाहिये था, पाक और इमरान खान पूरी दुनिया के सामने भले कश्मीर को लेकर गलत तथ्य पेश कर रहे हों, लेकिन दुनिया पाक के असलियत को जान गई है, इसलिये पाक का कोई भी साथ देने को तैयार नहीं है, इस समय जिनेवा में यूएनएचआरसी का 42वां सत्र चल रहा है, पाक न्यूनतम समर्तन जुटाने में भी नाकामयाब रहा है।
आंतरिक मामला
यूएनएचआरसी में कश्मीर मसले पर चर्चा के दौरान भारत की सचिव कुमम मिनी देवी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हमारा फैसला भारत का संप्रभु और आंतरिक मामला है, हमारे फैसले को गलत तरीके से पेशकर पाक अपनी नियत नहीं छिपा सकता, एक बार पीओके और पाक के इलाकों के संदर्भ में बात होनी चाहिये, लोगों का गायब होना, हिरासत में रेप की घटना, हिरासत में हत्या, प्रताड़ित करना, सामाजिक कार्यकर्ता तथा पत्रकारों के मानवाधिकारों का उल्लंघन वहां आम बात है।
मुस्लिम देशों ने भी नहीं दिया साथ
पाकिस्तान इस मसले पर बिल्कुल अलग-थलग पड़ चुका है, इस मुद्दे पर इस्लामिक सहयोग संगठन के 57 देशों का भी उन्हें समर्थन नहीं मिल पा रहा है, भारत के खिलाफ कश्मीर पर प्रस्ताव लाने की पाक की एक और साजिश धरी की धरी रह गई है, पाक राजनयिक गुस्से में यूएनएचआरसी परिसर से बाहर निकल गये।