ऑर्थिक अर्थव्यवस्था पर सुब्रमण्यम स्वामी ने तोड़ी चुप्पी, नेहरु और रघुराम राजन तक को लेकर कही बड़ी बात

सुब्रमण्यम स्वामी ने मुद्रास्फीति नियंत्रण के लिये ब्याज दरें बढाये जाने को लेकर रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की भी आलोचना की।

New Delhi, Sep 29 : बीजेपी राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वानी ने शनिवार को देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा बयान दिया है, उन्होने कहा कि देश सही आर्थिक नीतियां नहीं अपना रहा है, पीएम मोदी ने कुछ बहुत अच्छे कार्यक्रम जैसे मेक इन इंडिया शुरु किये हैं, लेकिन देश वृहद आर्थिक नीतियों के मोर्चे पर पिछड़ रहा है।

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नेहरु पर आरोप
सुब्रमण्यम स्वामी ने मुंबई के एक कार्यक्रम में देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरु पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होने देश पर सोवियत संघ का ऑर्थिक मॉडल थोपा, इसी वजह से हमारी अर्थव्यवस्था आज पीछे है, स्वामी के कहा कि क्या आज हम सही ऑर्थिक नीतियां अपना रहे हैं, तो मैं माफी चाहूंगा, लेकिन नहीं हम ऐसा नहीं कर रहे हैं।

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मेक इन इंडिया की तारीफ
बीजेपी सांसद ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने मेक इन इंडिया, उज्जवला और खुले में शौच को रोकने के लिये कई कार्यक्रम और योजनाओं पर काम किया, लेकिन ये सभी सूक्ष्म आर्थिक उपाय है, जबकि देश को वृहद आर्थिक नीतियों की जरुरत है, इस पर हमने अभी तक कोई बड़ा काम नहीं किया है, हमें अब इस पर काम करना होगा, क्योंकि अब हम कुछ समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

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ब्याज दरें बढाये जाने से बढी बेरोजगारी
सुब्रमण्यम स्वामी ने मुद्रास्फीति नियंत्रण के लिये ब्याज दरें बढाये जाने को लेकर रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की भी आलोचना की, उन्होने दावा करते हुए कहा कि इससे बेरोजगारी बढी, लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग को नुकसान पहुंचा, स्वामी के मुताबिक सरकार को सुनिश्चित करना चाहिये, कि बैंक लोन पर ब्याज दरें 9 फीसदी से ज्यादा ना हो, और लोगों को सावधि एवं बचत जमाओं पर 9 फीसदी ब्याज मिले।

निवेश तेज होगा
राज्यसभा सांसद के मुताबिक अगर मोदी सरकार ऐसा करती है, तो निवेश तेज होगा, इससे आर्थिक वृद्धि होगी, मौजूदा चरण में माल एवं सेवाकर देश के लिये वांछित नहीं है, बचत बढाने के लिये आयकर हटा देना चाहिये, नेहरु के समय हम ये सोचते थे कि 3.5 फीसदी से ज्यादा वृद्धि नही कर सकते, लेकिन आज हम ये सोचते हैं, कि देश 10 फीसदी सलाना की दर से आगे बढ सकता है, हमारे पास योग्यता, क्षमता और संसाधन है।