अब चीन ने इमरान खान को दिया ‘धोखा’, मोदी-जिनपिंग मुलाकात से पहले कश्मीर पर बदल गये सुर

जिनपिंग की भारत यात्रा से पहले इमरान खान ने चीन यात्रा की है, इस पर प्रवक्ता ने कहा कि चीन का रुख है कि कश्मीर के मसले का समाधान भारत-पाक के बीच होना चाहिये।

New Delhi, Oct 09 : कश्मीर मसले पर दुनियाभर से ठोकर खाने के बाद पाकिस्तानी पीएम इमरान खान मंगलवार को चीन पहुंचे, हालांकि यहां भी पाक को कोई खास सफलता नहीं मिली, इमरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात से पहले बीजिंग ने कहा कि कश्मीर मसले का समाधान भारत-पाक को आपसी बातचीत से निकालना होगा, चीन ने संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के हालिया संदर्भों को छोड़ते हुए ये बात कही है।

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बदल गये सुर
चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने पत्रकारों के साथ बातचीत में शी जिनपिंग की भारत यात्रा के बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की, चीनी अधिकारी ने अनौपचारिक रुप से ये कहा, कि इस बारे में बीजिंग और नईदिल्ली में बुधवार को एक साथ घोषणा की जाएगी।

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भारत यात्रा
चीन विदेश मंत्रालय ने बुधवार को चीनी नेता की विदेश यात्रा के बारे में एक विशेष मीडिया वार्ता बुलाई थी, गेंग से चीन के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के बारे में सवाल किया गया, उन्होने कहा कि भारत-चीन के बीच उच्च स्तरीय आदान प्रदान की परंपरा रही है, उच्च स्तरीय यात्रा को लेकर दोनों पक्षों में संवाद हुआ है, कोई भी नई जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।

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विकासशील देश
प्रवक्ता ने कहा कि भारत और चीन दुनिया के प्रमुख विकासशील देशों में हैं, ये उभरते हुए बाजार हैं, वुहान अनौपचारिक शिखर सम्मेलन (पिछले साल) के बाद से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में अच्छी गति आई है। हम अपने सहयोग बढा रहे हैं, अपने मतभेदों को अच्छी तरह संभाल रहे हैं, हमारे बीच उच्च स्तरीय आदान -प्रदान की परंपरा रही है, हमारे दोनों पक्ष अगले चरण में उच्च स्तरीय आदान-प्रदान के लिये संवाद कायम कर रहे हैं।

कश्मीर मुद्दे पर क्या कहा
जिनपिंग की भारत यात्रा से पहले इमरान खान ने चीन यात्रा की है, इस पर प्रवक्ता ने कहा कि चीन का रुख है कि कश्मीर के मसले का समाधान भारत-पाक के बीच होना चाहिये, इस मसले पर चीन का रुख स्पष्ट और स्थायी है, हमने भारत-पाक से आह्वान किया है कि वो कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर बातचीत और परामर्श में शामिल हों, परस्पर विश्वास को बढाएं, ये दोनों देशों के हित में है, पूरी दुनिया भी यही चाहती है।