RSS नहीं पैसों की वजह से हुई थी मुर्शिदाबाद में हत्या?, CID ने पासबुक से सुलझाया मामला

बंगाल सीआईडी के अनुसार अब तक की जांच में कई अहम सबूत मिले हैं, जिससे साबित होता है, कि ये हत्या निजी कारणों से की गई है, इसका कोई राजनीतिक आधार नहीं है।

New Delhi, Oct 15 : पश्चिम बंगाल क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) टीम ने मुर्शिदाबाद ट्रिपल हत्या कांड को सुलझाने का दावा किया है, पुलिस ने इस केस में उत्पल बेहारा नाम के संदिग्ध को भी गिरफ्तार किया है, आपको बता दें कि उत्पल सागरदिघी के शाहपुर गांव का रहने वाला है, ये मुर्शिदाबाद के जांगीपुर सब डिबीजन में आता है, मुर्शिदाबाद के जिआगंज मोहल्ले में 8 अक्टूबर को एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या कर दी गई, पुलिस ने बंधु प्रकाश पाल (35 साल), उनकी 8 महीने की गर्भवती पत्नी ब्यूटी पाल (28 साल) और बेटे आंगन पाल (6 साल) की हत्या से सनी लाश उनके घर से बरामद हुई थी, सभी के शरीर पर चाकू से गोदने के निशान थे, बच्चे का गला भी घोंटा गया था, पहले बंधु प्रकाश पाल को आरएसएस कार्यकर्ता बताया जा रहा था, लेकिन परिजनों ने इससे इंकार किया है।

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फिक्स्ड डिपॉजिट के पासबुक
बंगाल सीआईडी के अनुसार अब तक की जांच में कई अहम सबूत मिले हैं, जिससे साबित होता है, कि ये हत्या निजी कारणों से की गई है, इसका कोई राजनीतिक आधार नहीं है, सीआईडी टीम का कहना है कि जांच के दौरान पता चला कि बंधु प्रकाश पाल गैरकानूनी तरीके से फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम चला रहा था, पुलिस को उसके घर से कई पासबुक भी मिले हैं, ये काफी हद तक चिटफंड जैसा ही था, लेकिन इनमें रकम कम होती थी, ज्यादातर आर्थिक रुप से कमजोर और गरीब लोग इसमें अकाउंट खोलते थे।

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आरोपी को पहले से जानता था परिवार
सीआईडी टीम जांच में ये भी पता चला है कि बंधु पाल पहले शाहपुर गांव में आरोपी उत्पल बेहारा के घर के पास ही रहता था, हाल ही में उसने परिवार के साथ जिआगंज शिफ्ट किया था, बताया जा रहा है कि शाहपुर में रहने के दौरान बंधु ने उत्पल को भी फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसे लगाने को कहा था ।

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पैसे देने से इंकार
पुलिस और सीआईडी को दिये बयान में उत्पल बेहारा ने बताया कि नियम के अनुसार फिक्स्ड डिपॉजिट मेच्योर होने के बाद उसे 48 हजार रुपये मिलते, उसने बंधु से अपने पैसे वापस मांगे थे, लेकिन उसने पैसे देने से इंकार कर दिये थे। पुलिस के अनुसार कई बार पैसे मांगने के बाद भी जब बंधु पैसे लेने वापस नहीं आया, तो 5 अक्टूबर को उत्पल बंधु के जिआगंज स्थित घर पर गया, उत्पल का दावा है कि वहां बंधु ने उसके साथ मारपीट और बदसलूकी की, पैसे मांगने पर बुरा परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।

हत्या कर दी
पुलिस को दिये बयान में उत्पल ने बताया अपमानित होने के बाद वो गुस्से में था, 8 अक्टूबर को दोबारा वो बंधु के घर गया, दीवार फांदकर अंदर घुसा, फिर बंधु, उनकी पत्नी ब्यूटी और बेटे की चाकू से गोदकर हत्या कर दी, उत्पल ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कबूल लिया है, आरोपी ने ये भी बताया कि बंधु के घर में दाखिल होते समय पड़ोसी कृष्णा सरकार और रतन कुमार दास ने भी उन्हें देखा था, पुलिस इन दोनों से भी पूछताछ कर रही है।