धनतेरस पर सोना खरीद रहे हैं? ये खबर अभी पढ़ें, सरकार इन नियमों को बदलने जा रही है
धनतेरस पर अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो ये खबर अभी पढ़ें । सरकार ने आभूषण खरीदारी को लेकर कुछ बड़े नियमों में बदलाव को मंजूरी दे दी है ।
New Delhi, Oct 25: सोने की खरीदारी करने वालों के लिए बड़ी खबर । सरकार सोने की खरीदारी से जुड़े कुछ नियमों में बदलाव करने जा रही है । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मोदी सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तय प्रक्रिया के तहत अगले 2-3 महीने में सोने की ज्वेलरी से जुड़े नए नियम लागू हो जाएंगे । विश्व व्यापार संगठन यानी कि WTO की ओर से तय किए नियमों के तहत, इस मामले में पहले उसको सूचित करना होगा । हालांकि इस प्रक्रिया में अभी 2 से 3 महीने का समय लग सकता है ।
सोने की ज्वेलरी से जुड़े नियम
मोदी सरकार की ओर से जारी इस बयान में कहा गया है कि, तय प्रक्रिया के तहत अगले दो से तीन महीने में सोने के आभूषण से जुड़े नए नियमों को लागू कर दिया जाएगा । सरकार की ओर से एक अक्टूबर को सोने की ज्वैलरी से जुड़े नियमों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है । दरअसल अक्टूबर महीने की शुरुआत में ही उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने बताया था कि वाणिज्य मंत्रालय ने सोने की ज्वेलरी के लिए बीआईएस हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाने के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है ।
हॉलमार्किंग को लेकर मौजूदा नियम
आपको बता दें मौजूदा समय में सोने के गहनों पर हॉलमार्किंग करना ज्वेलर्स का स्वैच्छिक फैसला है । लेकिन नए नियम नियम के लागू हो जाने के बाद सभी ज्वैलर्स को इसे मानना होगा, आभूषण बेचने से पहले हॉलमार्किंग लेना अनिवार्य हो जाएगा । आपको बता दें हॉलमार्किंग से पता चलता है कि ज्वेलरी में सोना कितना लगा है और अन्य मेटल कितना है । इसके अनुपात का एकदम सटीक निर्धारण और आधिकारिक रिकार्ड होता है । नए नियम के बाद अब सोने की ज्वेलरी की हॉलमार्किंग होना अनिवार्य होगा । लेकिन इसके लिए ज्वैलर्स को लाइसेंस लेना होगा ।
शुद्धता का प्रमाण है हॉलमार्क, ग्राहकों को होगा फायदा
दरअसल सोने की हॉलमार्किंग मतलब उसकी शुद्धता का प्रमाण । मौजूदा समय में इसे कुछ बड़े ज्वेलर्स ही प्रयोग में लाते हैं, लेकिन WTO की ओर से मंजूरी मिलने के बाद इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा । हॉलमार्किंग के लिए देश की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स यानी कि बीआईएस काम करती है, जिसे सोने के गहनों की हॉलमार्किंग के लिए सरकार से मंजूरी प्राप्त है । हॉलमार्किंग अनिवार्य होने के बाद इसका सीधा फायदा ग्राहकों को होगा । ग्राहक ज्वेलर्स की धोखाधड़ी से बच जाएंगे । कई बार सोने की गुणवत्ता को लेकर ग्राहक पशोपेश में होते हैं, ऐसे में हॉलमार्किंग उनके लिए फायदेमंद साबित होगी ।