बीजेपी के बागियों की खुल गई किस्मत, मान-सम्मान के साथ मिलेगा बड़ा पद

चुनाव परिणाम से ये तो साफ हो गया है कि किसी भी राजनीतिक दल के पास बहुमत नहीं है, इसकी वजह से 7 निर्दलीय विधायकों और गोपाल कांडा की तो जैसे किस्मत ही खुल गई है।

New Delhi, Oct 25 : हरियाणा में बीजेपी को 2014 से कम सीटें आई है, वो बहुमत से 6 सीट पीछे ठहर गई है, फिर भी पार्टी नेतृत्व यहां सरकार बनाने का दावा ठोंक रही है, यहां बीजेपी की सरकार बनाने को लेकर पीएम मोदी से लेकर अमित शाह तक का आत्मविश्वास झलक रहा है। दरअसल जो सात निर्दलीय विधायक जीते हैं, उनमें से 5 बीजेपी के बागी हैं, बताया जा रहा है कि इन सभी को फोन कर सरकार में पद और मान-सम्मान देने की बात करके मना लिया गया है, ये सभी विधायक दिल्ली बुलाये गये हैं, गोपाल कांडा भी बीजेपी के पाले में आ गये हैं, ऐसे में बीजेपी को जादूई आंकड़ा मिल गया है।

Advertisement

खुल गई किस्मत
चुनाव परिणाम से ये तो साफ हो गया है कि किसी भी राजनीतिक दल के पास बहुमत नहीं है, इसकी वजह से 7 निर्दलीय विधायकों और गोपाल कांडा की तो जैसे किस्मत ही खुल गई है, ये सभी विधायक अपनी शर्तों पर बीजेपी को समर्थन देने की बात कह रहे हैं, इस वजह से अब बीजेपी के कई नेताओं के मंत्री बनने का ख्वाब पूरा होता नहीं दिख रहा है।

Advertisement

इन नेताओं के हाथ रहेगी सत्ता
बीजेपी के जो प्रत्याशी बागी होकर निर्दलीय के रुप में चुनाव जीते हैं, उनमें पुंडरी से रणधीर सिंह गोलेन हैं, वो पहले बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, दादरी से सोमवीर, महम से बलराज कुंडु, नीलोखेडी से धर्मपाल, पृथला से नयनपाल रावत शामिल है। इन सभी ने टिकट बंटवारे से नाराज होकर बीजेपी के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोंकी थी, इन लोगों की जीत ने ये भी साबित कर दिया, कि टिकट बंटवारे में बीजेपी के बड़े नेताओं से चूक हुई।

Advertisement

खट्टर की डगर आसान नहीं
हरियाणा के एक राजनीतिक एक्सपर्ट ने कहा कि खट्टर सरकार के 6 मंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चुनाव हार गये, इसलिये बीजेपी पर बड़ा दबाव रहेगा, खट्टर सीएम बने रहेंगे, क्योंकि वो नरेन्द्र मोदी की पसंद हैं, लेकिन अब वो पहले की तरह काम ना कर पाएं, साथ ही अपने रुखे व्यवहार में नरमी भी लाएंगे, अब उनकी सरकार पर ना सिर्फ विपक्ष बल्कि अपनों का भी दबाव कम नहीं होगा।