जिस खिलाड़ी की तारीफ में कोच शास्त्री के शब्द कम पड़ गये, उसे ही टीम इंडिया से किया गया बाहर
शाहबाज की टीम में ना चुना जाना इसलिये भी हैरान करता है, क्योंकि रांची टेस्ट में उनके प्रदर्शन की तारीफ रवि शास्त्री ने की थी।
New Delhi, Oct 25 : टीम इंडिया के लिये खेलना हर युवा क्रिकेटर का सपना होता है, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रांची टेस्ट में अचानक टीम में शामिल किये गये झारखंड के स्पिनर शाहबाज नदीम अचानक ही सुर्खियों में आ गये, दरअसल रांची टेस्ट से ठीक पहले कुलदीप यादव चोटिल हो गये, उनके स्थान पर शाहबाज नदीम को टीम में शामिल किया गया, इतना ही नहीं उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी मौका दिया गया, अपने पहले ही टेस्ट मैच में शाहबाज ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट हासिल किये, जिसके बाद कोच रवि शास्त्री ने उनकी खूब तारीफ की थी। लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया है।
बेदी होते तो नदीम से कहते चीयर्स यंग मैन
शाहबाज की टीम में ना चुना जाना इसलिये भी हैरान करता है, क्योंकि रांची टेस्ट में उनके प्रदर्शन की तारीफ रवि शास्त्री ने की थी, उन्होने कहा था कि शाहबाज ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है, जब उन्होने पहला विकेट लिया, तो मैंने कहा कि अगर बिशन सिंह बेदी उन्हें देख रहे होते, तो कहते चीयर्स यंग मैन, मैदान के बाहर से उनकी गेंदबाजी देखना अद्भुत है।
घरेलू अनुभव काम आया
शाहबाज को यहां तक पहुंचने के लिये 420 से ज्यादा विकेटों का फासला तय करना पड़ा, मुझे ये देखकर खुशी हुई कि उन्होने अपने घरेलू दर्शकों के सामने मैच खत्म किया, 4 विकेट लेना ऐसा प्रदर्शन है, जो शुरुआत के लिहाज से बेहतरीन है, वो बिल्कुल भी दबाव में नहीं थे, शुरुआती तीन ओवर मेडल डाले और हर गेंद बिल्कुल सही ठिकाने पर पड़ रही थी, ये सब उनके अनुभव की वजह से ही है।
भाई के बलिदान से बनें क्रिकेटर
15 साल पहले शाहबाज के पिता ने दोनों बेटों असद इकबाल और शाहबाज नदीम को साफ कहा था कि दोनों में से कोई एक ही क्रिकेट में करियर बना सकता है, उन्हें लगता था कि बिहार जैसे राज्य से आने की वजह से वो क्रिकेट में कुछ बड़ा नहीं कर पाएंगे, इकबाल ने शाहबाज को क्रिकेट में आगे बढने का मौका देते हुए खेलना छोड़ दिया, तब नदीम अंडर-19 में खेला करते थे, इकबाल एमबीए की पढाई कर दिल्ली में सेटल हो गये, नदीम ने खेलना जारी रखा।