छोटी दीवाली: नरक चतुर्दशी और शनिवार का संयोग, जरूर करें ये उपाय, वर्ष भर नो टेंशन, पूजा मुहूर्त
दीपावली पर्व से एक दिन पहले कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को छोटी दीपावली, नरक चतुर्दशी या रूप चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है । दिवाली की ही तरह इस दिन का भी बहुत महत्व है ।
New Delhi, Oct 26: छोटी दिवाली को लोग यमराज की पूजा करते हैं । इस दिन को नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है । कई लोग इस इस दिन को हनुमान जयंती के रूप में भी मनाते है । इस दिन को रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है । इस बार नरक चतुर्दशी 26 अक्टूबर दोपहर से प्रारंभ होकर अगले दिन 27 अक्टूबर तक पड़ रही है । नरक चतुर्दशी पर किस प्रकार आप पूजा और उपाय कर वर्ष भर के लिए अपने घर को चिंताओं से मुक्त कर सकते हैं, आगे पढ़ें ।
नरक चतुर्दशी, शुभ मुहूर्त और महत्व
देश के बहुत से क्षेत्रों में इसे नरक चतुर्दशी के नाम से मनाया जाता है । दरअसल, नरकासुर नाम के असुर और भगवान कृष्ण के बीच हुए युद्ध के कारण इस दिन नरक चतुर्दशी की पूजा होती है ।
छोटी दिवाली शुभ मुहूर्त और तिथि:
नरक चतुदर्शी की तिथि : 27 अक्टूबर 2019
चतुदर्शी तिथि प्रारंभ: 26 अक्टूबर 2019 को दोपहर 03:46 मिनट से
चतुदर्शी तिथि समाप्त: 27 अक्टूबर 2019 को दोपहर 12:23 मिनट तक
अभ्यंग स्नान मुहूर्त: 27 अक्टूबर 2019 को सुबह 05:16 मिनट से सुबह 06:33 मिनट तक
कुल अवधि: 01 घंटे 17 मिनट
विशेष उपाय
–छोटी दीपावली के दिन एक नारियल पर कमिया सिंदूर,मोली,अक्षत अर्पित करके उसका पूजन करें । फिर उसे किसी हनुमान मंदिर में अपनी मनोकामना बोलते हुए चड़ा दें निश्चय ही आपकी मनोकामना पूर्ण होगी ।
–छोटी दीपावली की सुबह स्नान के बाद सबसे पहले विष्णु – लक्ष्मी की प्रतिमा को कमल गट्टे की माला और पीले पुष्प अर्पित करें , पूरे वर्ष धन लाभ की प्राप्ति होती रहेगी ।
नरक चतुर्दशी संध्या उपाय
–नरक चतुर्दशी के दिन लाल चन्दन, लाल गुलाब के फूल और रोली लेकर लाल कपडे में बांध लें , उसके बाद माँ लक्ष्मी का ध्यान करते हुए उसे घर की तिजोरी में रख लें , इस प्रयोग से घर में धन रुकता है , धन में बरकत रहती है । लेकिन ध्यान रखिये यह प्रयोग हर 3 माह बाद मंगलवार को करते रहना चाहिए ।
–नरक चतुर्दशी को संध्या के समय घर की पश्चिमी दिशा में खुले स्थान पर या छत के पश्चिम में १४ दीपक पूर्वजो के नाम पर जलाएं , उनके शुभ आशीर्वाद से सम्रद्धि में आशातीत वृद्धि होती है ।