हरियाणा में इस वजह से बीजेपी को उठाना पड़ा 12 से 15 सीटों का नुकसान, अपनों ने ही रची साजिश

बीजेपी ने इस चुनाव में अपने 12 विधायकों के टिकट काट दिये थे, कुछ नये चेहरों पर दांव लगाया गया था।

New Delhi, Oct 31 : हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 75 प्लस का नारा दिया था, लेकिन 90 में से सिर्फ 40 सीटें ही जीत पायी, यानी सरकार बनाने के लिये भी जेजेपी की बैशाखी का सहारा लेना पड़ा। पार्टी चुनाव परिणाम पर जल्द मंथन करेगी, कहा जा रहा है कि खराब परफॉरमेंस का सबसे बड़ा कारण भितरघात माना जा रहा है, पार्टी ने मामले पर संज्ञान लेना शुरु कर दिया है।

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12 विधायकों का टिकट काटा
बीजेपी ने इस चुनाव में अपने 12 विधायकों के टिकट काट दिये थे, कुछ नये चेहरों पर दांव लगाया गया था, माना जा रहा है कि इसी वजह से पार्टी में बड़े स्तर पर भितरघात हुई, स्थानीय नेताओं ने उम्मीदवारों का साथ नहीं दिया, एक ऑडियो क्लिप पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा का वायरल हो रहा है, जिसमें वो कार्यकर्ताओं को सहयोग ना देने के दबाव बना रहे हैं, पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज ने श्याम सिंह राणा पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि वो उनकी गद्दारी की वजह से चुनाव हार गये।

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12 से 15 सीटों का खामियाजा
भितरघात से पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचा है, करीब 12 से 15 सीटों का पार्टी को नुकसान हुआ है, जो सात निर्दलीय विधायक जीते हैं, उसमें से पांच बीजेपी नेता रहे हैं, माना जा रहा है कि बीजेपी हरियाणा में संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव कर सकती है, जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक बदलाव देखने को मिल सकता है, संगठन से कई लोगों की छुट्टी हो सकती है।

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जोगीराम सिहाग बीजेपी से मांग रहे थे टिकट
रादौर से श्याम सिंह राणा का टिकट काटा गया, बरवाला से सुरेन्द्र पुनिया को उम्मीदवार बनाया गया, इस सीट से जोगीराम सिहाग टिकट मांग रहे थे, टिकट ना मिलने पर वो बीजेपी छोड़ जेजेपी में शामिल हो गये और जीत भी गये, दादरी से बबीता फोगाट को उम्मीदवार बनाया गया, लेकिन स्थानीय नेताओं ने बबीता का साथ नहीं दिया, जिसकी वजह से बीजेपी के बागी सोमवीर सांगवान चुनाव जीत गये।

बलराज कुंडू निर्दलीय जीते
महम सीट से बलराज कुंडू को टिकट नहीं मिला, जिसके बाद उन्होने निर्दलीय ताल ठोंक दी, और जीते, रेवाड़ी सीट से सीटिंग विधायक रणधीर कापड़ीवास का टिकट काटा गया, पार्टी उन्हें मनाने में नाकाम रही, उन्होने निर्दलीय चुनाव लड़ा और बीजेपी का वोट काटा, नतीजा इस सीट से लालू के दामाद चिरंजीव राव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत गये।