अटकलों पर पूर्ण विराम, CM बनने पर नितिन गडकरी ने दिया बड़ा बयान, बताया – भागवत से क्यों मिले
बीजेपी ने सीएम के लिए देवेंद्र फडणवीस को चुना है । उन्हीं के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनेगी । चुनाव में बीजेपी को ज्यादा सीटें मिली हैं, इसलिए मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा।”
New Delhi, Nov 07: महाराष्ट्र में सरकार गठन की ऊहापोह के बीच गडकरी का नाम अचानक से उछला और उतनी ही तेजी से इस पर प्रतिक्रियाएं भी आ गईं । खुद नितिन गडकरी ने सारी अटकलों पर पूर्णविराम लगा दिया है । CM बनने की अटकलों पर गडकरी ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका महाराष्ट्र आने का सवाल ही नहीं उठता, पार्टी ने फडणवीस के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है और वो ही राज्य में उनके नेता हैं ।
नितिन गडकरी का बयान
आज सुबह से ही अटकलें लग रहीं थीं कि बीजेपी फड़नवीस को पीछे कर गडकरी का नाम सामने लाकर शिवसेना को मना सकती है । लेकिन नितिन गडकरी की ओर से एक बयान आया है जिसके बाद साफ है कि वो सत्ता में आने के मूड में नहीं हैं । उन्होने कहा – ”मैं दिल्ली में हूं, महाराष्ट्र आने का कोई सवाल ही नहीं उठता । बीजेपी ने सीएम के लिए देवेंद्र फडणवीस को चुना है । उन्हीं के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनेगी । चुनाव में बीजेपी को ज्यादा सीटें मिली हैं, इसलिए मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा।”
भागवत से इसलिए की मुलाकात
वहीं मोहन भागवत से मुलाकात पर नितिन गडकरी ने कहा है कि मोहन भागवत से मुलाकात का महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने साफ किया कि ”शिवसेना के सहयोग से ही हम राज्य में सरकार बनाएंगे।” आपको बता दें गउकरी को लेकर चल रही अटकलों पर बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने भी ये कहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राज्य के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे ।
Gadkari refutes speculation of him as next Maharashtra CM
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— ANI Digital (@ani_digital) November 7, 2019
9 नवंबर से पहले सरकार गठन जरूरी
आपको बता दें महाराष्ट्र में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है, नियमों के तहत 9 नवंबर से पहले सरकार का गठन होना जरूरी है । अगर ऐसा नहीं होता तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लग जाएगा । गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिलीं हैं जो 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 145 से कहीं अधिक है । विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 105 सीटें, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं ।