महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे पर अमित शाह ने तोड़ी चुप्पी, दो टूक शब्दों में कही बड़ी बात, वीडियो
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आरोप पर भी जवाब दिया है, उन्होने कहा कि हम तो शिवसेना के साथ सरकार बनाने को तैयार थे।
New Delhi, Nov 14 : महाराष्ट्र में चल रहे सियासी गहमागहमी पर पहली बार अमित शाह ने चुप्पी तोड़ी है, उन्होने इस मामले में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की भूमिका का भी बचाव किया है, शिवसेना के साथ घमासान और दोस्ती टूटने पर उन्होने कहा कि हमें उद्धव ठाकरे की नई शर्ते मंजूर नहीं थी, जहां तक मुख्यमंत्री पद का सवाल है, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मैंने पहले ही कहा था कि अगर हम जीते तो देवेन्द्र फडण्वीस ही मुख्यमंत्री होंगे।
राज्यपाल की भूमिका
राज्यपाल की भूमिका पर अमित शाह ने कहा कि सरकार बनाने के लिये सभी को पूरा वक्त मिला, सरकार बनाने के लिये 18 दिन का समय था, इसके बाद राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की, सरकार बनाने के लिये इतना समय दूसरे किसी राज्य को नहीं मिला, गवर्नर ने विधानसभा कार्यकाल खत्म होने के बाद ही सभी राजनीतिक दलों को बुलाया, इसके बाद ना हम, ना शिवसेना और ना एनसीपी बहुमत साबित कर सकी, आज भी जिसके पास आंकड़ें हैं वो सरकार बनाए।
उद्धव ठाकरे के बयान पर जवाब
केन्द्रीय गृह मंत्री ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आरोप पर भी जवाब दिया है, उन्होने कहा कि हम तो शिवसेना के साथ सरकार बनाने को तैयार थे, चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी और मैंने कई बार कहा था कि चुनाव जीतने के बाद फडण्वीस ही सीएम होंगे, अगर इस पर आपत्ति थी, तो उसी समय कहना चाहिये था, अब नई शर्तों के साथ आ गये, जो नहीं मानी जा सकती थी।
नई सरकार पर विपक्ष को जवाब
अमित शाह ने कहा कि आज भी अगर किसी के पास नंबर है, तो वो जाकर सरकार बना सकते हैं, राज्यपाल किसी को भी मौका देने से मना नहीं कर रहे हैं, कपिल सिब्बल जैसे वरिष्ठ वकील बच्चों की तरह बात कर रहे हैं, कि हमें सरकार बनाने का मौका नहीं दिया, वो तो 1 या 2 दिन मांग रहे थे, अब उन्हें पूरे 6 महीने मिल गये हैं, राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति शासन लगाने के मसले पर उन्होने कहा कि इस मुद्दे पर विपक्ष राजनीति कर रहा है, एक संवैधानिक पद को इस तरह राजनीति में घसीटना मैं नहीं मानता कि ये स्वस्थ्य लोकतंत्र की निशानी है।
#WATCH BJP President Amit Shah to ANI:The Governor has not denied chance to anyone(to form Govt). A learned lawyer like Kapil Sibal is putting forth childish arguments like ‘we were denied a chance to form Govt’. #Maharashtra pic.twitter.com/Aac2hpVIHD
— ANI (@ANI) November 13, 2019
#WATCH Amit Shah to ANI on collapse of alliance with Shiv Sena: Before elections PM&I said many times in public that if our alliance wins then Devendra Fadnavis will be the CM, no one objected back then. Now they have come up with new demands which are not acceptable to us. pic.twitter.com/vb8XB4okI4
— ANI (@ANI) November 13, 2019