शरद पवार के ‘गेम प्लान’ में शिवसेना और कांग्रेस दोनों फंसी, बीजेपी मार सकती है बाजी

शरद पवार ने कहा कि आपस में पहले बातचीत करेंगे, फिर सरकार कैसे चले इस पर बात होगी, शिवसेना शरद पवार के भरोसे सीएम बनवाने का सपना पाले हुए है।

New Delhi, Nov 14 : महाराष्ट्र की राजनीति पिछले बीस दिनों से रोजाना बदल रही है, ये अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल हो रहा है कि आखिर कौन वादा तोड़ रहा है और कौन किसे सीएम बनवाना चाह रहा है, सवाल ये भी उठ रहा है कि क्या शरद पवार बीजेपी की बी टीम की तरह काम कर रहे हैं, क्या महाराष्ट्र में सियासी गहमागहमी शरद पवार के इशारे पर हो रहा है, क्या ये भी संभव है कि आने वाले कुछ दिनों में बीजेपी शरद पवार के साथ मिलकर सरकार बना ले।

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शिवसेना को बनाया जा रहा उल्लू
बीजेपी नेता नारायण राणे ने कहा कि शिवसेना को उल्लू बनाने का काम चल रहा है, बीजेपी नेता का बयान सुनने में भले खराब लग रहा है, लेकिन शिवसेना की हालत ऐसी हो चुकी है, कि उसे खुद भी समझ नहीं आ रहा है, कि उनके साथ क्या हो रहा है। उद्धव ठाकरे शिवसेना के चीफ हैं, लेकिन उनकी हालत ऐसी हो गई है, कि उन्हें अहमद पटेल से मुलाकात के लिये होटल जाना पड़ा, इसके बाद कांग्रेस कमेटी के नेताओं से मुलाकात के लिये भी उन्हें होटल जाकर मिलना पड़ा। शायद यही वजह है कि वो मीडिया के सवालों से खीज रहे हैं, उन्होने कहा कि कांग्रेस नेता से क्या बात हुई, आपको क्यों बताएं, शायद शिवसेना प्रमुख के पास मीडिया को बताने के लिये कुछ भी नहीं है, क्योंकि एनसीपी और कांग्रेस ने अभी तक उन्हें कुछ नहीं बताया।

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शरद पवार के भरोसे सीएम बनवाने का सपना
शरद पवार ने कहा कि आपस में पहले बातचीत करेंगे, फिर सरकार कैसे चले इस पर बात होगी, शिवसेना शरद पवार के भरोसे सीएम बनवाने का सपना पाले हुए है, उन्होने स्पष्ट करहा कि अभी तक ठीक से बातचीत नहीं हुई है, शिवसेना और एनसीपी की कोई औपचारिक मुलाकात अभी तक नहीं हुई है, बल्कि सरकार बनाने को लेकर भी कांग्रेस और एनसीपी की कमेटी के सदस्यों की पहली बैठक कल शाम हुई।

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ड्रामे के सूत्रधार शरद पवार
जिस दिन शिवसेना को राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया, उस दिन तमाम एनसीपी नेता ऐसे बयान देते रहे जैसे समर्थन कि चिट्ठी ना देकर कांग्रेस ने पूरा खेल खराब किया, लेकिन हकीकत ये है कि इस पूरे ड्रामे के सूत्रधार एनसीपी प्रमुख शरद पवार हैं, उन्होने राज्यपाल को चिट्ठी और समय मांगने के लिये लिखी चिट्ठी की जानकारी कांग्रेस को नहीं दी, यानी शरद पवार कांग्रेस को अधर में रखे हुए हैं, उनके बारे में कहा जाता है, कि वो जो बोलते हैं वो करते नहीं, जो करते हैं वो बोलते नहीं।

किंगमेकर की भूमिका में
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से शरद पवार बोल रहे थे कि जनता ने हमें विपक्ष में बैठने को कहा है, विपक्ष में बैठने की बात करते-करते वो किंगमेकर की भूमिका में आ चुके हैं, सिर्फ 54 विधायकों के बल पर पवार एक तरफ शिवसेना की उम्मीद जगाये हुए हैं, तो दूसरी ओर कांग्रेस को लटकाये हुए हैं। कहा जा रहा है कि पवार शिवसेना के साथ डील करने में लगे हुए हैं, वो ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर सरकार बनाना चाहते हैं, लेकिन शिवसेना इसके लिये राजी नहीं है, आज संजय राउत ने ये साफ कर दिया है।