94 औसत, 164 स्ट्राइक रेट, कर चुका  है बुमराह की धुनाई, टीम इंडिया से बुलावे का इंतजार कर रहा ये बल्लेबाज

घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद हरभजन सिंह ने कुछ दिन पहले ही ट्वीट किया था कि उन्हें टीम इंडिया में जगह क्यों नहीं मिल रही है।

New Delhi, Nov 14 : टीम इंडिया में नई प्रतिभाओं का आना कोई नई बात नहीं है, मौजूदा दौर में भी कई युवा और अनुभवी क्रिकेटर लगातार मौके का इंतजार कर रहे हैं, सूर्य कुमार यादव भी एक ऐसा ही नाम हैं, जिन्होने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है, उनके नियमित रन बनाने का कौशल, विकेट पर टिककर खेलने की कला हो या आक्रामक बल्लेबाजी करना, कुछ दिन पहले ही हरभजन सिंह ने उनकी पैरवी करते हुए कहा था कि वो टीम इंडिया में क्यों नहीं हैं, वो नंबर चार की समस्या को खत्म कर सकते हैं।

Advertisement

दबाव में विचलित नहीं होते
सूर्य की बल्लेबाजी की सबसे अच्छी बात ये है कि जब गेंद उनके बल्ले पर अच्छी तरह से ना भी आ रही हो, तो भी वो खुद पर अनावश्यक दबा नहीं बनाते हैं, बल्कि पारी को आराम से आगे बढाने की कोशिश करते हैं, जिसका फायदा उन्हें कुछ गेंदों के बाद मिलता है, हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी, देवधर ट्रॉफी और मौजूदा समय में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। इस दौरान उन्होने 93.60 के औसत और 163.98 के स्ट्राइक रेट से रन बनाये हैं।

Advertisement

टीम में जगह क्यों नहीं
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद हरभजन सिंह ने कुछ दिन पहले ही ट्वीट किया था कि उन्हें टीम इंडिया में जगह क्यों नहीं मिल रही है, सूर्य कुमार ने कहा था कि मैं भज्जी पाजी के साथ 2011 से मुंबई इंडियंस का ड्रेसिंग रुम शेयर कर रहा हूं, मैदान के अंदर और बाहर हम काफी अच्छे दोस्त हैं, 2014 में मैं मुंबई इंडियंस छोड़ केकेआर चला गया था, तब भी वो मेरे आगे और पीछे खड़े रहे, वो कहते थे कि तुम टीम इंडिया के लिये क्यों नहीं खेल रहे हो, तुम अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर रहे हो।

Advertisement

आलोचना का लुत्फ उठाते हैं
सूर्य कुमार यादव ने कहा कि ऐसा कई बार हुआ जब उन्होने मेरी आलोचना की, मैंने उसका लुत्फ उठाया, क्योंकि मैं महसूस कर सकता था कि भज्जी पाजी मुझे देश के लिये खेलते देखना चाहते हैं, उन्होने आगे कहा कि अगर आप एक ही बात सोचते रहेंगे कि मुझे देश के लिये खेलना है, तो आप पर अनावश्यक दबाव बढेगा, लेकिन मैं मजबूती से ये महसूस कर रहा हूं, कि मेरा वक्त बस आने वाला है, मैं इस साल टीम इंडिया का दरवाजा खटखटाने वाला हूं।

कर चुके हैं बुमराह की धुनाई
मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहने के दौरान सूर्य कुमार ने नेट पर जसप्रीत बुमराह का खूब सामना किया है, इस बारे में उन्होने कहा कि मैं उन्हें इंटरनेशनल लेवल पर गेंदबाजी करते देख चुका हूं, अब नेट पर उनके खिलाफ खेलने से परहेज करता हूं, 2013 में मैं मुंबई इंडियंस के खिलाफ नेट प्रैक्टिस कर रहा था, तब बुमराह आग उगलती गेंदबाजी कर रहे थे, जिसे बयां करना मुश्किल है, इस दिन के बाद मैंने कभी उनके खिलाफ नेट पर बल्लेबाजी नहीं की, हालांकि टी-20 क्रिकेट में सूर्य का बुमराह के खिलाफ रिकॉर्ड शानदार है, उन्होने 12 गेंदों का सामना किया है, जिसमें 27 रन ठोक दिये हैं, इस दौरान एक बार वो बुमराह का शिकार भी बने, क्रिकेट जगत में ऐसे कम ही बल्लेबाज हैं, जो बुमराह के खिलाफ 200 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर सकते हों।