BJP-शिवसेना के झगड़े पर पहली बार बोले मोहन भागवत, इशारों में कह गए बहुत कुछ, बन सकती है बात
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पहली बार भाजपा-शिवसेना के झगड़े पर मुंह खोला है । एक कार्यक्रम में भागवत ने इशारों – इशारों में कई बड़ी बातें कह दीं ।
New Delhi, Nov 19: महाराष्ट्र में मचे राजनीति घमासान पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने पहली बार कुछ कहा है । भागवत ने बीजेपी-शिवसेना के बीच पड़ी फूट पर इशारों – इशारों में काफी कुछ कह दिया है । भागवत एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे, उन्होने यहां कई बातें कहीं जिनका सीधा संबंध राज्य के मौजूदा सियासी हालात पर सटीक बैठता है ।
स्वार्थ नहीं छोड़ते लोग
मोहन भागवत ने कार्यक्रमसं में कहा, ‘’सब जानते हैं कि आपस में लड़ने से दोनों की हानि होगी, लेकिन फिर भी लड़ना नहीं छोड़ते । सब जानते है कि स्वार्थ से नुकसान होगा, लेकिन लोग स्वार्थ नहीं छोड़ते।’’ उन्होंने आगे कहा – ‘’यह तत्व सभी के साथ लागू होता है । देशों के साथ भी और व्यक्तियों के साथ भी।’’
हर वस्तु पर स्वामित्व की आकांक्षा : भागवत
मोहन भागवत ने यहां आगे कहा – ‘’हर आदमी अच्छा ही बनना चाहता है, लेकिन मनुष्य का अहंकार है, वो हर वस्तु पर अपना स्वामित्व चाहता है। वो किसी को भी कुछ नहीं देना चाहता । देता भी है तो कम से कम देता है । यह चातुर्य मनुष्य के पास ही है।’’ उन्होंने कहा, ‘’ मनुष्य भगवान भी बन सकता है या वो राक्षस भी बन सकता है।’’ भागवत का ये बयान वर्तमान परिस्थितियों में शिवसेना और बीजेपी दोनों पर सटीक बैठता है ।
बहुमत के आंकड़े से दूर हैं सभी दल
बात करें 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा की तो बीजेपी 105 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी है लेकिन 145 के बहुमत के आंकड़े से दूर रह गई । बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली शिवसेना को कुल 56 सीटें मिलीं हैं जबकि एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की है । चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी-शिवसेना में सीएम पद को लेकर मनमुटाव रहा और ये गठबंधन सहयोगी अलग हो गए । अब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच सरकार गठन को लेकर बातचीत चल रही है, हालांकि परिस्थितियां इसके भी अनुकूल नहीं हैं ।