सुबह उठते ही नहीं देखना चाहिए आईना, जानिए वास्‍तु में ऐसा क्‍यों कहा गया है

क्‍या आपको सुबह उठते ही अपनी शक्‍ल शीशे में देखने की आदत है । अगर हां तो ये खबर आपके लिए ही है । आपकी लाइफ की नेगेटिविटी इसी एक वजह से तो नहीं । पढ़ें …

New Delhi, Nov 27: कहते हैं दिन की शुरुआत यानी की सुबह अच्‍छी हो तो पूरा दिन एकदम बढि़या गुजरता है । हर व्‍यक्ति यही कोशिश करता है दिन किस तरह से बेहतरीन गुजरे । सुबह उठते ही हर कोई यही चाहता है कि दिन अच्‍छा गुजरे । इसके लिए लोग काफी कुछ करते भी हैं । बहरहाल हममें से ज्‍यादातर लोगों की आदत में सोकर उठने के बाद शीशा देखने की आदत होती है । ऐसी आदत अच्‍छी है या बुरी ये फैसला आप वास्‍तु की ये बात जानकर अंदाजा लगा सकते हैं ।

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सोकर उठने के बाद देखते हैं शीशा ?
वास्तु शास्त्र के हिसाब से अगर आपको सोकर उठने के बाद शीशा देखने की आदत है तो यह   आदत आपके लिए अच्‍छी नहीं है । इस आदत का आपके जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है । अगर आप रोज ऐसा करते हैं तो आपके जीवन में चल रही नेगेटिविटी इसी वजह से हो सकती है । ये आदत अच्‍छी नहीं है । वास्‍तु में इसके पीछे जो कारण बताया गया है, वो जानकर आप भी ऐसा मानने लगेंगे ।

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नकारात्‍मक ऊर्जा का होता है प्रवाह
वास्तु शास्‍त्र भी एक विज्ञान की तरह काम करता है । यह ऊर्जा पर आधारित है । वास्‍तु विज्ञान के अनुसार जब व्यक्ति सोकर उठता है तो उसके शरीर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव रहता है और निगेटिव एनर्जी का असर सबसे ज्यादा चेहरे पर होता है। इस स्थिति में जब हम सुबह उठते ही आइना देखते हैं तो वह नकारात्मक ऊर्जा आंखों के जरिए एक बार फिर हमारे अंदर प्रवेश कर जाती है। इसलिए हमें मुंह धोने के बाद ही शीशा देखना चाहिए।

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सुबह उठकर करना चाहिए ये काम
सुबह उठने के बाद कौन सा काम करना चाहिए, कौन सा नहीं करना चाहिए इससे पहले ये जान लें कि इंसान को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए। यानी कि सूर्योदय से पहले का समय । शौच इत्यादि से निवृत्त होकर ईश्वर का ध्यान लगाएं और उनकी आराधना करें । इसके बाद कुछ योग व्यायाम आदि करें। संभव हो, समय है तो मॉर्निंग वॉक पर जाएं, सुबह दौड़ लगाएं। आपके घर में बड़े बुजुर्ग रहते हैं तो उनका पैर छूकर आशीर्वाद लें । आपके मन में पॉजिटिव ख्‍याल ही आएंगे ।