महाराष्‍ट्र में बड़ी बीजेपी नेता ने उठाया ऐसा कदम, समर्थकों संग बड़े फैसले की तैयारी

महाराष्ट्र में बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने ट्विटर प्रोफाइल बीजेपी हटा दिया है । इसके अलावा उन्‍होने संकेत दिया है कि वो 12 दिसंबर को कोई बड़ा फैसला ले सकती हैं ।

New Delhi, Dec 02: महाराष्‍ट्र में सियासी उठापटक खत्‍म हुई तो अब बीजेपी के अंदर से हलचल की खबरें तेज हैं । बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने अपने ट्विटर प्रोफाइल से बीजेपी हटा दिया है । इसके अलावा मुंडे ने 12 दिसंबर को अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बड़ा एलान करने की बात कही है । पंकजा, बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं । गोपीनाथ का 2014 में निधन हो गया था । पंकजा ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए ये जानकारी दी है ।

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पंकजा ने फेसबुक पर किया पोस्‍ट
पंकजा मुंडे ने अपने फेसबुक पर पोस्‍ट किया है, उन्‍होने मराठी भाषा में अपनी बात लिखी है ।   पंकजा ने लिखा है – चुनाव के नतीजे सामने आए, उसके बाद राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गया, कोर कमेटी की बैठक, पार्टी की बैठक , यह सब आपने देखा । चुनाव में मिली हार के बाद मैंने मीडिया के सामने जाकर अपनी हार स्वीकारी और विनती की, कि हार की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ मेरी है  । उन्‍होने आगे लिखा पंकजा मुंडे ने आगे लिखा कि चुनाव पराभव के बाद दूसरे दिन ही पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में मैं उपस्थित थी । पहले देश… फिर पार्टी और अंत में खुद …, यह संस्कार बचपन से मुझ में है ।

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जनता के प्रति कर्तव्‍य
पंकजा ने आगे लिखा – जनता के प्रति कर्तव्य से बड़ा और दूसरा कोई कर्त्तव्य नहीं है । यह बचपन से ही गोपीनाथ मुंडे साहब ने सिखाया है । इसी सीट की वजह से उनकी मौत के तीसरे ही दिन मैं काम में लग गई । पंकजा ने आगे लिखा कि 5 साल तक सत्ता में रहते हुए आप सब की सेवा की । यह सेवा का मौका सिर्फ और सिर्फ आपके विश्वास की वजह से मुझे मिला और आज पराभव के बाद भी व्यथित लोगों ने मुझे मैसेज किए, फोन किए और मिलने की इच्छा जताई  । बहन आप से मिलना है , समय दे बहन आपको एक बार देखने का मौका तो दे  । आप सब ने मेरे लिए कितनी संवेदना व्यक्ति की  ।

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मेरे समर्थक मेरे कवच कुंडल
पंकजा मुंडे ने अपने समर्थकों को अपना कवच कुंडल बताते हुए लिखा है कि मैं आप सब की खूब आभारी हूं । मुझे इसका पूरा विश्वास है कि आप सब का प्रेम मुझ पर है और यही मेरा कवच कुंडल है ।  मुंडे साहब एक क्षण में मुझे राजनीति में लेकर आए थे और एक ही क्षण में मुंडे साहब हमें छोड़ कर चले गए । पहली बार मुंडे साहब का आदेश मानकर मैं राजनीति में आई थी उसके बाद जनता के प्रति जिम्मेदारी के वजह से मैं राजनीति में रही आज राजनीति में हुई बदलाव जिम्मेदारी में हुए बदलाव इन सभी बदले हुए संदर्भ का विचार कर आगे की रणनीति तय करने की आवश्यकता है ।  उन्‍होने कहा कि आप सभी मेरा वक्त चाहते हैं । मैं आपको वक्त देने के लिए तैयार हूं । 8 से 10 दिन बाद , यह 8- 10 दिन में मुझे खुद से बात करनी है जिसके लिए मुझे समय चाहिए. आगे क्या करना है ? किस रास्ते पर निकलना है ? अपने लोगों को हम क्या दे सकते हैं ? अपनी शक्ति क्या है ? लोगों की अपेक्षा क्या है ? इन सब विषयों पर हर तरह से विचार करके 12 दिसंबर को मैं आपके सामने आऊंगी ।  12 दिसंबर, लोक नेता गोपीनाथ मुंडे साहब का जन्मदिन । उस दिन मैं आपसे मन से बात करूंगी । जैसा आपको लगता है , मुझसे बात करना चाहिए, मुझे देखना चाहिए वैसे ही मुझे भी लगता है कि आपसे मैं बात करूं । मैं महाराष्ट्र की जनता के लिए बोल रही हूं आप से संवाद करने की उत्सुकता मेरे मन में है,  नहीं तो मैं किस से बात करूंगी आपके सिवा है कौन मेरा।

नमस्कार मी पंकजा गोपीनाथ मुंडे…निवडणुका झाल्या निवडणुकीचे निकाल ही लागले. निकालानंतर राजकीय घडामोडी, कोअर कमिटीच्या…

Posted by Pankaja Gopinath Munde on Saturday, November 30, 2019