हैदराबाद केस- आरोपियों ने महिला डॉक्टर को जबरन पिलाई थी शराब, मदद के बहाने रची थी साजिश

छोटी बहन ने बताया कि दीदी ने रात करीब 9.20 बजे कॉल किया था, उन्होने बताया कि उनकी गाड़ी पंक्चर हो गई है, जो लोग उनकी मदद को आगे आये हैं वो संदिग्ध लग रहे हैं।

New Delhi, Dec 03 : हैदराबाद में महिला डॉक्टर से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या और फिर लाश को जला देने की घटना से पूरा देश गुस्से में है, विदेशी मीडिया का भी ध्यान इस खबर पर है, मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, इस बीच सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद महिला डॉक्टर का अंतिम संस्कार कर दिया गया, इस वारदात से ऐन पहले महिला डॉक्टर ने आखिरी बार अपनी छोटी बहन को फोन किया था।

Advertisement

आखिरी फोन
छोटी बहन ने बताया कि दीदी ने रात करीब 9.20 बजे कॉल किया था, उन्होने बताया कि उनकी गाड़ी पंक्चर हो गई है, जो लोग उनकी मदद को आगे आये हैं वो संदिग्ध लग रहे हैं, मैंने उनसे यही कहा था कि फोन बंद मत करना और मुझसे बात करती रहो, हालांकि फोन की बैटरी डिस्चार्ज होने की वजह से हमारा संपर्क टूट गया, इसके बाद जो हुआ उस हैवानियत और दरिंदगी का चर्चा पूरे देश में हो रही है, उस रात को याद कर डॉक्टर की छोटी बहन रो पड़ती है, वो कहती है जो हमारे साथ हुआ, उम्मीद करती हूं और किसी के साथ ना हो।

Advertisement

क्या है पूरा मामला
29 नवंबर की रात हैदराबाद के साइबराबाद टोल प्लाजा के पास एक महिला की अधजली लाश बरामद हुई थी, महिला की पहचान एक वेटनरी डॉक्टर के रुप में हुई थी, पुलिस के अनुसार महिला की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की गई, फिर लाश को पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी गई, वारदात में शामिल चारों आरोपियों की पहचान मोहम्मद आरिफ, नवीन, चिंताकुंता केशावुली और शिवा के रुप में हुई है, पुलिस जांच में ये भी पता चला है कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिये साजिश के तहत महिला डॉक्टर की स्कूटी पंक्चर की थी, ताकि वो महिला को अपने जाल में फंसाकर वारदात को अंजाम दे सके।

Advertisement

स्कूटी ठीक कराने के बहाने झांसे में फंसाया
मामले में पुलिस का कहना है कि चारों आरोपियों ने महिला डॉक्टर को टोल प्लाजा पर स्कूटी लगाते (पार्क) हुए देखा, तभी एक आरोपी शिवा ने स्कूटी की हवा निकाल दी, जब महिला अपनी बहन को परेशानी बता रही थी, तभी आरोपी चिंताकुंता केशावुलु और शिवा वहां मदद के लिये पहुंचे, शिवा मदद करने के बहाने महिला डॉक्टर को कुछ दूर ले गया, जहां बाकी आरोपी ताक लगाये बैठे थे, जैसे ही महिला वहां पहुंची, आरोपियों ने उसे बंधक बना लिया।

जबरन पिलाई शराब
पुलिस जांच में ये भी पता चला है कि दरिंदगी से पहले आरोपियों ने खूब शराब पी, और महिला डॉक्टर को भी जबरन पिलाई, इसके बाद मोहम्मद आरिपफ ने महिला का मुंह हाथ से बंद किया, ताकि वो चीख ना सके, फिर चारों बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया, माना जा रहा है कि सांस नहीं ले पाने की वजह से महिला का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई, पुलिस के अनुसार वारदात के बाद आरोपी लाश को ट्रक में लादकर थोड़ी दूर ले गये, रास्ते में पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीदी और फिर फ्लाइओवर के नीचे सुनसान जगह देखकर लाश को फेंक दिया और पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी।

दूधवाले ने देखी सबसे पहले लाश
लाश को सबसे पहले वहां से रोज गुजरने वाले एक दूधवाले ने देखा, हालांकि शुरु में उसे लगा कि किसी ने ठंड से बचने के लिये आग जलाई है, फिर ध्यान से देखा, तो किसी इंसान का अधजला हाथ बाहर निकला था, इसके बाद उसने पुलिस को फोनकर सूचना दी, जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई, बहरहाल चारों आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, इस केस को फास्ट ट्रैक में चलाये जाने की प्रक्रिया जारी है, आरोपियों के घर वालों ने भी कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।