अजीत अंजुम के खुलासे को निर्भया के दोषी ने यूं बनाया ढाल, फांसी में आ सकती है अड़चन

निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के समय बस में मौजूद अवनींद्र के बारे में खुलासा का हवाला देते हुए कहा, कि अवनींद्र की गवाही पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

New Delhi, Dec 16 : आपको याद होगा, न्यूज 24, इंडिया टीवी और टीवी-9 जैसे चैनलों में बड़े पद पर रह चुके अजीत अंजुम ने पिछले महीने ही अपने ट्विटर हैंडल पर कई ट्वीट्स कर एक बड़ा खुलासा किया था, इस खुलासे में उन्होने बताया था कि कैसे निर्भया के दोस्त अवनींद्र न्यूज चैनलों पर बैठने के बदले पैसे लेता था, पैसे लेते हुए उन्होने उसका स्टिंग भी किया था, लेकिन इसे टीवी चैनलों पर इसलिये नहीं दिखाया, क्योंकि केस पर फर्क पड़ता, अब अजीत अंजुम के इसी खुलासे को निर्भया केस के एक दोषी पवन गुप्ता के पिता ने ढाल बनाने की कोशिश की है।

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कोर्ट में याचिका दी
पवन के पिता ने वकील एपी सिंह के जरिये दिल्ली की एक अदालत में याचिका दाखिल की है, जिसमें निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के समय बस में मौजूद अवनींद्र के बारे में खुलासा का हवाला देते हुए कहा, कि अवनींद्र की गवाही पर भरोसा नहीं किया जा सकता, उसकी गवाही को खारिज किया जाए, और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाए।

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इकलौता चश्मदीद गवाह
ऐसे में ये मामला पेचीदा हो जाता है, क्योंकि इस पूरे केस का इकलौता चश्मदीद गवाह निर्भया का दोस्त अवनींद्र ही है, कहा जा रहा है कि इस स्टिंग ऑपरेशन के बाद वो न्यूज चैनलों से गायब ही हो गया था, इसके बाद वो किसी न्यूज चैनल पर अपनी कहानी बताता नजर नहीं आया।

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फांसी देने की तैयारी
वकील एपी सिंह की याचिका पर दिल्ली की कोर्ट ने 13 दिसंबर को सुनवाई शुरु की, जज ने वकील से पूछा कि ये अपराध संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है या नहीं, इस पर वकील को लगा कि उन्हें अभी इस मामले में और होमवर्क की जरुरत है, तो उन्होने कोर्ट से तैयारी के लिये और समय मांग लिया, कोर्ट ने उन्हें 20 दिसंबर को अगली तारीख दी है, दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट में इस केस की अगली तारीख 17 दिसंबर है, तो तिहाड़ जेल में दोषियों को फांसी पर चढाने की तैयारियां शुरु हो चुकी है।

निर्भया के दोस्त की परेशानी बढ सकती है
जैसे ही राष्ट्रपति दया याचिका खारिज करेंगे, तो तिहाड़ जेल को डेथ वारंट सौंपा जाएगा और फिर आगे की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी, ऐसे में अगर एपी सिंह की याचिका पर कोर्ट कोई बड़ा फैसला लेती है, तो ना सिर्फ फांसी कुछ दिनों के लिये टल सकती है, बल्कि निर्भया के दोस्त के लिये भी परेशानी खड़ी हो सकती है।