ममता बनर्जी ने की जनमत संग्रह की बात, तो भड़के कुमार विश्वास ने कहा दीदी, ऐसी की तैसी…
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता में कहा कि आजादी के 73 साल बाद अचानक हमें ये साबित करना होगा, कि हम भारतीय नागरिक हैं।
New Delhi, Dec 21 : टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में एक रैली के दौरान कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी में हिम्मत है, तो नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर यूएन की निगरानी में जनमत संग्रह करवाना चाहिये, जिसे लेकर कुमार विश्वास ने उन पर निशाना साधा है, कवि ने ट्वीट पर ममता दीदी के जनमत संग्रह वाले बयान पर कहा कि देश के आंतरिक मतभेद में विदेशी पंच बुलाने की बात बेहद घटिया और खेदजनक है।
क्या बोले कुमार विश्वास
कुमार विश्वास ने अपने ट्विटर पर लिखा, भारत के आंतरिक मामले में यूएन? राजनैतिक विरोध-विद्वेष सब ठीक है दीदी, जमकर करिये, जोरदार करिये, सब साथ आएंगे, पर देश के आंतरिक मतभेद में विदेशी पंच बुलाने की बात बेहद घटिया और खेदजनक है, यही लड़िये, जीतिये, कानून बनाइये… बदलिये, बाकी यूएन या किसी भी विदेशी पंच की ऐसी की तैसी!
ममता बनर्जी का बयान
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता में कहा कि आजादी के 73 साल बाद अचानक हमें ये साबित करना होगा, कि हम भारतीय नागरिक हैं, उस समय बीजेपी के सिर और पूंछ कहां थे, जो अब बीजेपी देश को विभाजित कर रही है, अपने विरोध का ना रोकें, क्योंकि हम नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू नहीं होने दे सकते।
जनमत संग्रह हो
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जैसे निष्पक्ष संगठन की देख-रेख में जनमत संग्रह कर देखें, कि कितने लोग सीएए और एनआरसी के पक्ष में हैं, और कितने इसके खिलाफ हैं, उन्होने दोनों के खिलाफ पश्चिम बंगाल में एक बड़ा मार्च निकाला और मोदी सरकार तथा बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
विरोध प्रदर्शन
आपको बता दें कि देश के विभिन्न हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है, इस दौरान बिहार और यूपी समेत कई इलाकों में हिंसा तथा आगजनी भी देखने को मिली, दिल्ली में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर लगी रोक के बावजूद लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, इस वजह से कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बाधित है।
भारत के आंतरिक मामले में यू०एन० ?राजनैतिक विरोध-विद्वेष सब ठीक है दीदी, जमकर करिए,ज़ोरदार करिए,सब साथ आएँगे,पर देश के आंतरिक मतभेद में विदेशी पंच बुलाने की बात बेहद घटिया और खेदजनक है😡यहीं लड़िए..जीतिए..क़ानून बनाइए…बदलिए🙏
बाक़ी यू०एन० या किसी भी विदेशी पंच की ऐसी की तैसी🥾👎 https://t.co/AdWY1iTkQP— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 19, 2019