यूपी में हुए बवाल का बंगाल कनेक्शन, डीजीपी के बयान से चढा पारा, पुलिस मामले को खोदने में लगी, वीडियो

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यूपी के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने दावा करते हुए कहा कि एक भी प्रदर्शनकारी की मौत पुलिस फायरिंग से नहीं हुई है।

New Delhi, Dec 21 : नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजनशिप को लेकर यूपी हिंसा की आग में झुलस रहा है, राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में शुक्रवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर हंगामा और तोड़-फोड़ किया, इस हिंसा में मरने वालों की संख्या बढकर 9 हो गई है, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तीन दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं।

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पुलिस फायरिंग से मौत नहीं
यूपी के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने दावा करते हुए कहा कि एक भी प्रदर्शनकारी की मौत पुलिस फायरिंग से नहीं हुई है, प्रशासन ने अफवाहों और हिंसा को बढावा देने वाले संदेशों को फैसले से रोकने के लिये एहतियातन 21 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बाधित कर दी है, साथ ही शनिवार को प्रदेशभर के स्कूल, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को भी बंद रखा गया है।

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सख्ती से निपटेंगे
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बीते दिन दिन से हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है, उन्होने कहा कि किसी को भी कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं करना चाहिये, सीएम योगी ने दंगाइयों और हिंसा करने वालों से सख्ती से निपटने की चेतावनी दी है।

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धारा 144 लागू
इससे पहले शुक्रवार को राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और डीजीपी ओपी सिंह ने लखनऊ के उन इलाकों में खुद ही सड़कों पर उतर कर फ्लैग मार्च किया था, जहां दो दिन पहले जबरदस्त हिंसा और आगजनी हुई थी। बवाल को देखते हुए पूरे यूपी में 31 जनवरी 2020 तक धारा 144 लागू कर दी गई है, साथ ही हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती बढा दी गई है, इसके अलावा पुलिस लोगों से शांति बनाये रखने की अपील कर रही है।

बंगाल कनेक्शन
यूपी में हुए हिंसा का बंगाल कनेक्शन भी सामने आया है, डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि ये जो हिंसा हुई है, ये प्रायोजित हो सकती है, तमाम टेलीफोन खंगाले गये हैं, जिसमें दूर-दराज बात की जा रही थी, बंगाली में भी बात करने की बात सामने आई है, पश्चिम बंगाल से भी इसका रिश्ता हो सकता है, लखनऊ में जो युवक मौजूद थे, वो बहराइच और बाराबंकी से भी आये थे, सभी बातों की तफ्तीश की जा रही है।