मां चाहती थी बेटा इंजीनियर बनें, एडमिशन भी लिया, लेकिन इस हादसे की वजह से राजनीति में एंट्री

हेमंत सोरेन के बड़े भाई दुर्गा सोरेन भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता थे, दुर्गा 1995 से 2005 तक विधायक रहे।

New Delhi, Dec 24 : झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन प्रदेश के अगले सीएम होंगे, हेमंत इससे पहले साल 2013 में भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उन्होने इस बार दुमका और बरहेट दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटों से जीत हासिल की। हेमंत की मां रुपी सोरेन चाहती थीं, कि उनका बेटा इंजीनियर बनें, उन्होने 12वीं के बाद रांची के बीआईटी मेसरा में दाखिला भी ले लिया था। लेकिन बीच में ही पढाई छोड़ दी, इसके बाद 2003 में छात्र मोर्चा से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की, 44 वर्षीय हेमंत को राजनीति विरासत में पिता शिबू सोरेन से मिली है।

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बड़ा भाई भी विधायक
आपको बता दें कि हेमंत के बड़े भाई दुर्गा सोरेन भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता थे, दुर्गा 1995 से 2005 तक विधायक रहे, लेकिन साल 2009 में उनके असामयिक निधन के बाद हेमंत सोरेन को पूरी तरह से राजनीति में आना पड़ा, हेमंत फोटोग्राफी और स्केचिंग के भी शौकीन हैं।

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बीजेपी सरकार में डिप्टी सीएम
13 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन ने झारखंड के पांचवें सीएम के रुप में शपथ ली थी, इससे पहले 2010 में बीजेपी के अर्जुन मुंडा सरकार में डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं, फिलहाल जामा सीट से दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन विधायक है, हेमंत की शादी कल्पना सोरेन से हुई है, जो स्कूल चलाती हैं, दोनों के दो बच्चे हैं निखिल और अंश।

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बीजेपी से अलग होकर सरकार बनाई
हेमंत राज्यसभा सांसद थे, दिसंबर 2009 में दुमका विधानसभा सीट से जीतने के बाद उन्होने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया, फिर राज्य में झामुमो और बीजेपी गठबंधन की सरकार बनी, अर्जुन मुंडा सीएम तो हेमंत को उपमुख्यमंत्री की कुर्सी मिली, लेकिन 7 जनवरी 2013 को झामुमो ने बीजेपी से समर्थन वापस ले लिया, जिससे सरकार गिर गई, इसके बाद 6 महीने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन रहा, फिर 13 जुलाई 2013 को झामुमो ने कांग्रेस, राजद और निर्दलीय विधायकों की मदद से सरकार बना ली, हेमंत जुलाई 2013 से दिसंबर 2014 तक सीएम पद पर रहे।