विराट कोहली जिसे ढूंढ रहे थे मिल गया वंडर किड, दिग्गज ने टीम इंडिया में शामिल करने को कहा, वीडियो

कोच अमित चक्रवर्ती ने कहा कि हमारे यहां 5 साल से छोटे बच्चे का दाखिला नहीं लिया जाता है, उनके पिता के काफी जोर देने के बाद मैंने उनसे कहा कि एक बॉल डालकर देखता हूं।

New Delhi, Dec 30 : किसी ने सच ही कहा है कि प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं, 3 साल के शेख शाहिद को ही ले लीजिए, इस बच्चे ने दो साल की उम्र में ही सचिन-विराट की तरह करारे शॉट लगाने शुरु कर दिये थे, उनकी बल्लेबाजी देख विराट कोहली ने उन्हें अद्भुत करार दिया, तो इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन ने विराट कोहली से इस बल्लेबाज को टीम इंडिया में शामिल करने की सिफारिश कर डाली, क्रिकेट का ये वंडर किड इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, देश दुनिया में उसकी बल्लेबाजी की तारीफ हो रही है।

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2 साल की उम्र से क्रिकेट
दक्षिण कोलकाता के बेहला अंचल के शकुंतला पार्क मूचीपाड़ा के रहने वाले शाहिद के पिता शेख शमशेर ने कहा एक दिन मैं घर पर बैठकर टीवी पर भारत-ऑस्ट्रेलिया का क्रिकेट मैच देख रहे था, तब शाहिद दो साल का था, उसने अचानक मुझसे कहा कि उसे भी क्रिकेट खेलना है, मैंने प्लास्टिक का गेंद और बल्ला लाकर दिया, उसने जब शॉट मारा तो मैं दंग रह गया। वो बिल्कुल पेशेवर क्रिकेटरों की शैली में बल्लेबाजी कर रहा था, पूछने पर कहता है कि टीवी में जैसा देखा, वैसा ही किया, अगले 6 महीने तक मैंने उसे घर में प्रैक्टिस कराई, ढाई साल का होने पर क्रिकेट एकेडमी में भर्ती कराने का फैसला लिया।

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एकेडमी ने भर्ती लेने से किया इंकार
शेख शमशेर ने बताया कि उसे लेकर जब गरियाहाट के पास स्थित स्वामी विवेकानंद स्कूल ऑफ क्रिकेट पहुंचा, तो वहां इतने छोटे बच्चे को भर्ती करने से इंकार कर दिया, काफी जोर देने के बाद कोच ने टेस्ट लेने की बात कही, शाहिद ने पहली ही गेंद पर ऐसा शॉट खेला कि कोच दंग रह गये, उन्होने तुरंत उसका एडमिशन ले लिया, तब से उसका प्रशिक्षण चल रहा है।

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सैलून में काम
न्यू अलीपुर इलाके के एक सैलून में काम करने वाले शमशेर ने बताया कि मेरे बेटे में अद्भुत प्रतिभा है, लेकिन क्रिकेट महंगा खेल है, सैलून में पूरा दिन मेहनत करने के बावजूद महीन में 6 से 8 हजार कमा पाता था, वो परिवार चलाने में ही खर्च हो जाता है, अगर कोई मदद करे, तो मेरे बेटे का भविष्य संवर सकता है, इस बीच बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने 3 साल के शाहिद को अपने क्रिकेट एकेडमी में प्रशिक्षण देने का आश्वासन दिया है।

अवाक रह गये कोच
कोच अमित चक्रवर्ती ने कहा कि हमारे यहां 5 साल से छोटे बच्चे का दाखिला नहीं लिया जाता है, उनके पिता के काफी जोर देने के बाद मैंने उनसे कहा कि एक बॉल डालकर देखता हूं, शाहिद ने पहली ही गेंद पर इतना शानदार स्ट्रैट ड्राइव लगाया कि मैं अवाक रह गया, फर्स्ट क्लास क्रिकेटर रह चुके 62 वर्षीय अनुभवी कोच ने कहा कि शाहिद में विलक्षण प्रतिभा है, कोच फिलहाल शाहिद को प्लास्टिक की हार्ड गेंद और टेनिस बॉल से प्रैक्टिस करा रहे हैं, शाहिद के कद के अनुसार लकड़ी का बल्ला भी बाजार में उपलब्ध नहीं है, कोच ने बमुश्किल लकड़ी का एक छोटा सा बल्ला ढूंढकर उसे उपहार में दिया है।

गांगुली ने ली सुध
सौरव गांगुली लंदन में थे, उन्होने अपनी क्रिकेट एकेडमी वीडियोकॉन 22 यार्ड्स के निदेशक संजय दास को फोन कर शेख शाहिद के बारे में जानकारी ली, जिसके बाद संजय दास ने शाहिद के कोच अमित चक्रवर्ती को फोन कर कहा कि दादा नहीं चाहते कि शाहिद जैसी प्रतिभा आर्थिक तंगी की वजह से खो जाए, जल्द ही उनकी स्पांसरशिप का इंतजाम उनकी क्रिकेट एकेडमी की ओर से किया जाएगा।