नागरिकता कानून को लेकर विराट कोहली का बड़ा बयान, दिया सधा हुआ जवाब

2016 में विराट कोहली ने नोटबंदी को भारतीय राजनीति का सबसे बड़ा कदम बताया था, जिसके बाद कई लोगों ने उनकी जमकर आलोचना की थी।

New Delhi, Jan 04 : टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से नागरिकता कानून को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होने खुद को इससे दूर रखा, उन्होने कहा कि इस तरह के संवेदनशील मुद्दे पर बिना किसी जानकारी के वो कोई भी टिप्पणी नहीं करेंगे, आपको बता दें कि टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज का आगाज 5 जनवरी से गुवाहाटी में करेगी, सीएए को लेकर गुवाहाटी में काफी विरोध-प्रदर्शन हुए थे।

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कुछ भी नहीं कहना चाहता
मैच की पूर्व संध्या पर टीम इंडिया के कप्तान ने कहा कि सीएए जैसे संवेदनशील मुद्दे पर गैर-जिम्मेदार होकर कुछ भी नहीं कहना चाहता, जिसे लेकर अलग-अलग विचार हैं, मुझे पूरी जानकारी लेने की आवश्यकता है, इसके क्या मायने हैं, ये जानना जरुरी है, इसके बाद जिम्मेदारी से अपने विचार रखूंगा।

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क्या है सीएए
मालूम हो कि तीन पड़ोसी देशों (अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाक) से धार्मिक उत्पीड़न की वजह से भारत में शरण चाहने वाले हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध और जैन समुदाय के लोगों को नागरिकता देने के लिये नागरिकता कानून बनाया गया है।

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नोटबंदी पर दिया था बयान
2016 में विराट कोहली ने नोटबंदी को भारतीय राजनीति का सबसे बड़ा कदम बताया था, जिसके बाद कई लोगों ने उनकी जमकर आलोचना की थी, सीएए को लेकर विराट ने साफ कहा कि बिना पूरी जानकारी वो इस मसले पर कुछ भी नहीं कहेंगे, ताकि किसी तरह का कोई विवाद ना हो।