NPR-NRC पर प्रशांत किशोर ने फिर नीतीश कुमार को डाला मुश्किल में, पलटी मार सकते हैं सुशासन बाबू

प्रशांत किशोर का तर्क है कि नीतीश कुमार ने एनआरसी लागू नहीं करने की घोषणा की है, एनपीआर एनआरसी का ही पहला कदम है।

New Delhi, Jan 12 : जदयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में सीएए और एनआरसी के बहिष्कार के फैसले का स्वागत किया है, उन्होने इसके लिये राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को विशेष धन्यवाद भी दिया, साथ ही एक बार फिर आश्वासन दिया कि बिहार में एनपीआर लागू नहीं होगा, पीके ने ये बातें ट्विटर पर लिखी है। बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि इसकी नोटिफिकेशन जारी हो गई है।

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पीके का तर्क
हालांकि प्रशांत का तर्क है कि नीतीश कुमार ने एनआरसी लागू नहीं करने की घोषणा की है, एनपीआर एनआरसी का ही पहला कदम है, तो इसे लागू नहीं किया जाएगा, लेकिन जदयू नेताओं का कहना है कि पीके के इस ट्वीट ने नीतीश की मुश्किल भी बढा दी है, क्योंकि अगर वो एनपीआर लागू नहीं करते, तो बीजेपी नाराज हो जाएगी, और अगर लागू करेंगे तो कुर्सी के लिये एक कदम आगे चलकर दो कदम पीछे जाने की उनकी चाल उजागर होगी, उन पर पहले से ही यूटर्न मारने के आरोप लग रहे हैं।

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नीतीश का फैसला
खैर देखना ये होगा, कि सीएम नीतीश कुमार का फैसला क्या होता है, क्योंकि पार्टी के दो वरिष्ठ नेता ललन सिंह और आरसीपी सिंह ने कई बार कहा, कि नागरिकता, एनपीआर और एनआरसी पर भ्रम फैलाने की कोशिश की है, फिलहाल अब सबकी नजरें राजगीर में होने वाली जदयू बैठक पर टिकी है, लेकिन इतना तो तय है कि जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे इन मुद्दों को गरमाया जा रहा है।

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सब ठीक है
एक ओर प्रशांत किशोर की बातें जदयू नेताओं को भी पसंद नहीं आ रही है, तो सहयोगी दल बीजेपी भी बेचैन दिख रही है, वहीं सीएम नीतीश कुमार ने पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है, उनसे सवाल पूछे जाने पर उन्होने मुस्कुराते हुए कहा था कि सब ठीक है।

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