फर्रुखाबाद में बंधक संकट खत्म, शौचालय की वजह से नाराज था सिरफिरा, सीएम योगी का बड़ा ऐलान

आरोपी सुभाष बाथम ने डीएम को दिये मांग पत्र में बताया था कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर और शौचालय नहीं मिला था।

New Delhi, Jan 31 : यूपी के फर्रुखाबाद जिले के कसरिया गांव में बंधक बनाये गये सभी 23 बच्चों को सकुशल छुड़ा लिया गया है, लगभग रात 11 बजे तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद सिरफिरे सुभाष बाथम को पुलिस ने मार गिराया, आरोपी सुभाष और पुलिस के बीत काफी देर तक मुठभेड़ चली, जिसके बाद आरोपी को पुलिस ने मार गिराया, छुड़ाये गये सभी बच्चों को मेडिकल कराकर घर भेज दिया गया है, अगवा बच्चों को सुरक्षित बचाये जाने पर सीएम योगी ने खुशी जाहिर की है, सीएम ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने वाली पुलिस टीम को 10 लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है।

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बच्चों को बंधक बनाया
दरअसल गुरुवार शाम को आरोपी शख्स ने मोहल्ले के 23 बच्चों को जन्मदिन पार्टी के बहाने अपने घर बुलाया था, फिर उसने बच्चों को बंधक बना लिया, आरोपी से जब बात करने की कोशिश की गई, तो उसने फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया।

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बच्चों को बचाया गया
यूपी के मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है, घर के अंदर बच्चों को बंधन होने की वजह से ऑपरेशन को अंजाम देने में ज्यादा समय लगा, सभी बच्चे सुरक्षित हैं, पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आरोपी सुभाष बाथम को मार गिराया है, उन्होने बताया कि हमें खुशी है कि इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।

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नाराज था सिरफिरा
आरोपी सुभाष बाथम ने डीएम को दिये मांग पत्र में बताया था कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर और शौचालय नहीं मिला था, सिरफिरे ने इस पत्र में ग्राम प्रधान समेत सचिव और डीएम को इसके लिये दोषी बताया था, सिरफिरे ने अपनी मांग से जुड़ा एक पत्र घर से बाहर फेंका था, जिसे जिलाधिकारी तक पहुंचाया गया।

1 साल पहले जमानत पर छूटा था
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुभाष बाथम पर अपने मौसा की हत्या का आरोप है, 1 साल पहले ही वो जमानत पर छूटा था, उसकी दस साल की एक बेटी भी है, गुरुवार दोपहर उसने अपनी बेटी के जन्मदिन के बहाने गांव के बच्चों को घर बुलाया था, बच्चे दोपहर ढाई बजे पहुंच गये, इसके बाद उसने घर को अंदर से बंद कर लिया था । करीब साढे चार बजे जब एक महिला अपने बच्चे को लेने सुभाष के घर पहुंची तो पता चला कि बच्चे कैद हैं, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।