आर-पार के मूड में प्रशांत किशोर, नीतीश के खिलाफ खोला मोर्चा, बताया क्या है मतभेद?

प्रशांत किशोर ने कहा कि दूसरा मतभेद जदयू और बीजेपी के साथ संबंधों की पोजिशनिंग को लेकर रही है।

New Delhi, Feb 18 : पूर्व जदयू राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है, उन्होने नीतीश पर जमकर निशाना साधा है, बीते 29 जनवरी को जदयू से निकाले जाने के बाद पीके पहली बार मीडिया के सामने आये, उन्होने पटना में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि सीएम नीतीश कुमार के साथ मेरा नाता अब राजनीतिक संबंधों का नहीं रहा, उन्होने मुझे बेटे की तरह रखा, सीएम ने मुझे अपनी पार्टी से निकाला है, तो मैं उनके सारे फैसले का ह्दय से स्वागत करता हूं, वो मुझे पार्टी में रखना चाहते हैं या नहीं ये उनका विशेषाधिकार है, उन्होने जो भी फैसला लिया मैं उनका सम्मान करता हूं।

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दो बातों पर मतभेद
पीके ने कहा कि उनका नीतीश कुमार से दो बातों पर खास मतभेद रहा है, नीतीश गांधी-लोहिया और जेपी की विचारधारा को मानने की बातें करते रहे हैं, जब वो ऐसी बातें करते हैं, तो वो गोडसे की विचारधारा के साथ कैसे खड़े हो रहे हैं, दोोनं बातें साथ नहीं होनी चाहिये, इस बात को लेकर मेरे और सीएम नीतीश कुमार में विचार-विमर्श होते रहे हैं।

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दूसरा मतभेद
प्रशांत किशोर ने कहा कि दूसरा मतभेद जदयू और बीजेपी के साथ संबंधों की पोजिशनिंग को लेकर रही है, पहले भी नीतीश बीजेपी के साथ रहे हैं, लेकिन आज की स्थिति पहले से काफी अलग है, पीके ने कहा कि उन्हें किसी दूसरी पार्टी का नेता कैसे डिप्युट कर सकता है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार कोई मैनेजर नहीं हैं। उन्होने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर कोई दूसरी पार्टी का नेता कैसे कह सकता है कि वो नीतीश की अगुवाई में ही चुनाव लड़ेंगे ।

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पार्टी से निकाल दिया
मालूम हो कि पिछले महीने ही सीएम नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर और पवन वर्मा पर एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा गया था, दोनों लगातार नागरिकता कानून को लेकर पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी कर रहे थे, कहा जाता है कि इसी बात से नीतीश नाराज हो गये और उन्होने दोनों से कहा कि जहां जाना है जाइये, कोई भी व्यक्ति पार्टी से बड़ा नहीं हो सकता।

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