साहब पति जबरदस्ती धरने पर भेजता है, महिलाओं ने पुलिस को बताया CAA धरना-प्रदर्शन का पूरा सच
अलीगढ- महिलाएं पहले तो अपने पति के सामने ये सब बोलने में झिझकती दिखी, लेकिन कुछ देर बाद उन्होने सारा सच पुलिस वालों को बता दिया।
New Delhi, Mar 03 : दिल्ली के शाहीन बाग के बाद अलीगढ में भी महिलाओं का धरना-प्रदर्शन सुर्खियों में हैं, यहां पिछले करीब डेढ महीने से हजारों स्थानीय महिलाएं सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रही हैं, अलीगढ के पुरानी चुंगी, शाहजमाल और जीवनगढ में धरना देकर पुलिस-प्रशासन के रडार पर आई मुस्लिम महिलाओं ने पूछताछ में हैरान करने वाले खुलासे किये हैं।
पति भेजता है
एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह ने मामले में बताया कि वो और सीओ अनिल समानियां सोमवार को धरना -प्रदर्शन में शामिल कुछ महिलाओं के घर गये थे, उन्होने धरना करने वाली महिलाओं से बातचीत की, तो उन महिलाओं ने बताया कि उन्हें धरना स्थल पर बैठने के लिये उनके पति भेजते थे।
पति के सामने बोलने पर झिझक
हालांकि महिलाएं पहले तो अपने पति के सामने ये सब बोलने में झिझकती दिखी, लेकिन कुछ देर बाद उन्होने सारा सच पुलिस वालों को बता दिया, पुलिस के मुताबिक धरने में शामिल महिलाएं नगला पटवारी, फिरदौस नगर, जीवनगढ, भमोला और रेलवे लाइन के पास बने झुग्गियों में रहने वाली हैं।
पुलिस को शक
आपको बता दें कि पिछले डेढ महीने से लगातार चल रहे धरना -प्रदर्शन से पुलिस को शक हुआ, खुफिया एजेंसियों की इनपुट के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारी उन्हें चिन्हित करने के प्रयास में जुट गये। सभी महिलाओं को शांतिभंग के नोटिस जारी किया गया है, जिसके बाद पता चला कि उन्हें खाना और पैसे का लालच देकर धरने पर रोजाना बैठाया जाता है, उन्हें धरने पर भेजने वाले और खाना तथा पैसे बांटने वाले लोगों की जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है।
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— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 3, 2020
जारी है धरना
मालूम हो कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में निषेधाज्ञा के बावजूद धरना प्रदर्शन करने वाले कोतवाली क्षेत्र के 10 लोगों पर 110 जी की कार्रवाई हुई है, जीवनगढ में धरने में शामिल 250 लोगों को नोटिस भेजा गया है, इन सभी को अपना पक्ष रखने और जमानत कराने के लिये 2 से तीन दिन का समय दिया गया है।